बदलते मौसम में न करें डाइट से जुड़ी ये गलतियां, रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है प्रभावित
क्या है खबर?
बदलते मौसम में संक्रमण और बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है, जिनसे बचाने में रोग प्रतिरोधक क्षमता अहम भूमिका अदा करती है। लेकिन बदलता हुआ लाइफस्टाइल और मौसम के हिसाब से अपनी डाइट का ध्यान न देने से रोग प्रतिरोधक क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
चलिए फिर जानते हैं कि डाइट से जुड़ी ऐसी कौन-सी गलतियां हैं जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर सकती हैं और बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
#1
पर्याप्त पानी का सेवन न करना
अब मौसम थोड़ा ठंडा हो गया है और ऐसे में कई लोग पानी का सेवन कम कर देते हैं, लेकिन इसके कारण शरीर में पानी की कमी आपको कमजोर बना सकती है और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
इसलिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें। लेकिन अब ठंडे पानी का सेवन करने से बचें।
#2
बदलते मौसम में ज्यादा मसालेदार और तली हुई चीजों को कहें बाय-बाय
बहुत से लोगों को ज्यादा मसालेदार आहार का सेवन करना बेहद पसंद होता है, लेकिन ज्यादा मसालेदार का जायका बदलते मौसम में स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
दरअसल ज्यादा मसालेदार आहार का सेवन करने से व्यक्ति कई गंभीर समस्याओं की चपेट में आ सकता है इसलिए खाने में सीमित मात्रा में मसालों का इस्तेमाल करें।
इसके अतिरिक्त ज्यादा तली हुई चीजें जैसे समोसा, ब्रेड पकौड़ा या कचौड़ी का सेवन भी स्वास्थ्य के लिए आफत बन सकता है।
#3
नमक और चीनी का अधिक सेवन
बदलते मौसम में बहुत अधिक नमक और चीनी से युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि जहां एक तरफ अधिक नमक उच्च रक्तचाप और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता को जन्म दे सकता है।
वहीं, दूसरी तरफ अधिक चीनी युक्त खाद्य पदार्थ रक्त शर्करा के स्तर में उतार-चढ़ाव लाते हैं, साथ ही पाचन संबंधी समस्याओं को भी उत्पन्न करते हैं।
इसलिए अधिक नमक और चीनी से युक्त खाद्य पदार्थों से दूरी बनाना ही बेहतर होगा।
#4
नींद से बिल्कुल भी न करें समझौता
पर्याप्त मात्रा में नींद लेने पर व्यक्ति दिन के समय खुद को तरोताजा महसूस करता है, लेकिन आजकल लोगों ने देर रात जगने की आदत बना ली है जिसकी वजह से उन्हें अनिद्रा जैसी समस्याएं होने लगी हैं।
मौसम चाहें कोई भी हो स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में नींद लेना आती आवश्यक है। दरअसल ऐसा करने से न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
रोजाना आठ-नौ घंटे की नींद लेना जरूरी है।