आयुर्वेद से जुड़े इन भ्रमों को सच मानते हैं लोग, जानिए इनकी सच्चाई
क्या है खबर?
आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की मदद से आप शारीरिक और मानसिक के साथ-साथ आध्यात्मिक रूप से भी फिट रह सकते हैं।
हालांकि ऐसा तभी मुमकिन है जब आप आयुर्वेद से जुड़े भ्रमों से बचकर रहें। अक्सर सही जानकारी न होने के कारण लोग ऐसे कई भ्रमों पर भरोसा करने लग जाते हैं और उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है।
आज हम आपको आयुर्वेद से जुड़े ऐसे ही कुछ भ्रमों और उनकी सच्चाई के बारे में बताने जा रहे हैं।
#1
भ्रम- आयुर्वेद एक अवैज्ञानिक चिकित्सा प्रणाली है
बहुत से लोगों को यह मानना है कि आयुर्वेद एक अवैज्ञानिक चिकित्सा प्रणाली है, हालांकि यह सिर्फ एक भ्रम है।
वास्तविकता यह है कि यह पूर्ण रूप से वैज्ञानिक चिकित्सा प्रणाली है जो मॉडर्न मेडिकल साइंस और प्राचीन चिकित्सा प्रणाली दोनों का मिश्रण है।
इसलिए जब एक व्यक्ति आयुर्वेद चिकित्सा की जानकारी प्राप्त करता है तो उसमें शरीर की पूरी जानकारी वैज्ञानिक तरीके से दी जाती है और ऐसे व्यक्ति को MBBS के साथ-साथ पूरा आयुर्वेद भी पढ़ना होता है।
#2
भ्रम- आयुर्वेदिक दवाएं शरीर में गर्मी पैदा करती हैं
यह भी आयुर्वेद से जुड़ा एक सामान्य भ्रम है कि आयुर्वेदिक दवाएं शरीर में गर्मी पैदा करती हैं और इसलिए इनके सेवन से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है।
हालांकि सच्चाई यह है कि आयुर्वेदिक उपचार त्रिदोष यानि वात, पित्त और कफ पर आधारित होता है और हर व्यक्ति में यह तीनों दोष पाए जाते हैं।
उपचार करते समय इन तीनों को संतुलित किया जाता है। इसलिए यह कहना कि आयुर्वेदिक दवाएं गर्म होती हैं, उचित नहीं है।
#3
भ्रम- आयुर्वेदिक दवाईयों को असर करने में काफी समय लगता है
अगर कई लोगों की तरह आपका मानना भी यही है कि आयुर्वेदिक दवाईयों को असर करने में काफी समय लगता है तो आप गलत हैं।
सच बात तो यह है कि आयुर्वेद किसी भी समस्या या बीमारी की जड़ पर काम करता है और इसलिए किसी-किसी मामले में पूर्ण रूप से राहत मिलने में समय लगता है।
वहीं कुछ मामलों में आयुर्वेदिक उपचार एलोपैथी दवाओं की तरह तेजी से काम कर सकता है।
#4
भ्रम- आयुर्वेदिक दवाएं एक्सपायर नहीं होती हैं
यह भी सिर्फ एक भ्रम है कि आयुर्वेदिक दवाएं एक्सपायर नहीं होती हैं।
आयुर्वेदिक उपचार में काम आने वाली कुछ चीजें जैसे घी, हल्दी और काली मिर्च आदि कभी खराब नहीं होतीं, लेकिन जिन आयुर्वेदिक दवाओं को कुछ जड़ी-बूटियों के मिश्रण से तैयार किया जाता है, उनके सेवन का असर एक समय तक ही होता है और इसके बाद उनके सेवन से कोई लाभ नहीं होता।
ऐसी आयुर्वेदिक दवाओं की अपनी एक एक्सपायरी डेट होती है।