आने वाली है मां दुर्गा की चैत्र नवरात्रि, जानिए पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
क्या है खबर?
नवरात्रि हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो मां दुर्गा के 9 स्वरूपों को समर्पित होता है। यह पर्व साल में 4 बार चैत्र नवरात्रि, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि, माघ गुप्त नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि के रूप में मनाया जाता है।
इस त्योहार पर 9 दिनों तक श्रद्धालु देवी दुर्गा की पूजा करते हैं। इस साल चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू होने जा रही है।
यह त्यौहार 17 अप्रैल को रामनवमी के साथ समाप्त होगा।
घटस्थापना
जानिए घटस्थापना का सही समय
घटस्थापना चैत्र नवरात्रि के सबसे आध्यात्मिक क्षणों में से एक है। यह देवी दुर्गा या शक्ति का आह्वान करने की प्रक्रिया है, जो नवरात्रि के त्योहार की शुरुआत का प्रतीक है।
गौरतलब है कि घटस्थापना के लिए सबसे अच्छा और शुभ मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त है, जो 9 अप्रैल, 2024 को सुबह 11:23 बजे से दोपहर 12:13 बजे तक रहेगा।
इस मुहूर्त के भीतर ही अपनी चैत्र नवरात्रि की पूजा का शुभारंभ करें।
महत्त्व
जानें इस त्योहार का महत्त्व
चैत्र नवरात्रि का बेहद महान धार्मिक महत्व है। नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है।
यह त्योहार चैत्र के महीने की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होगा और भगवान राम की जयंती रामनवमी के साथ समाप्त होगा।
इन 9 दिनों के दौरान भक्त घटस्थापना के दौरान देवी दुर्गा की मूर्ति का आह्वान करते हैं। कई लोग इस त्योहार पर 9 दिनों तक कलश रखते हैं।
चैत्र नवरात्रि
ऐसे मनाया जाता है चैत्र नवरात्रि का पर्व
चैत्र नवरात्रि के समय भक्त घर पर देवी दुर्गा की मूर्ति रखते हैं और शुभ मुहूर्त के दौरान मूर्ति का आह्वान करते हैं। यह मूर्ति 8 दिनों तक रखी जाती है। साथ ही कलश रखकर उसमें हरी फलियां बोई जाती हैं।
9 दिनों तक सच्चे मन से माता के सभी स्वरूपों की पूजा की जाती है। 9वे दिन सभी घरों में छोटी कन्याओं को कंजक या कुमारी खिलाई जाती है, जिसमें हल्वा-पूड़ी, चना, जलेबी आदि परोसते हैं।
वस्त्र
इन 9 दिनों पर पहनें ये रंग
1- माता शैलपुत्री के पूजन के समय गुलाबी कपड़े पहनें।
2- माता ब्रह्मचारिणी के पूजन पर सफेद पहनें।
3- माता चंद्रघंटा के पूजन पर लाल पहनें।
4- मां कुष्मांडा के पूजन पर पीले या नीले वस्त्र पहनें।
5- स्कंदमाता के पूजन पर स्लेटी रंग पहनें।
6- माता कात्यायनी को पीले वस्त्र प्रिय हैं।
7- माता कालरात्रि की पूजा में सतरंगी कपड़े पहनें।
8- महागौरी के पूजन पर बैंगनी पहनें।
9- नवरात्रि के आखरी दिन माता सिद्धिदात्री के लिए हरा पहनें।
व्रत
व्रत रखने की है प्रथा
जो लोग चैत्र नवरात्रि पर माता के नाम का कलश स्थापित करते हैं, वे व्रत भी रखते हैं। कई लोग केवल पहले और आखिरी दिन व्रत करते हैं, वहीं कुछ लोग पूरे 9 दिनों तक उपवास रखते हैं।
माता के व्रत में लोग फलाहार, दूध, सैंधा नमक, मूंगफली, मेवे, कुट्टू का आटा आदि खा सकते हैं। इस दौरान कभी भूलकर भी अनाज नहीं खाना चाहिए।
माना जाता है कि नवरात्रि पर व्रत करने से माता प्रसन्न होती हैं।