मन की उथल-पुथल को शांत करने में सक्षम हैं ये योगासन, जानिए इनके अभ्यास का तरीका
मन में अगर उथल-पुथल हो तो किसी भी काम में ध्यान लगाना मुश्किल हो जाता है। वहीं, इस कारण दिमाग भी कई परेशानियों से घिर जाता है। अगर आपका मन भी किसी कारणवश अशांत रहता है तो रोजाना योगाभ्यास करें। दरअसल, योग मस्तिष्क से कई प्रकार के हार्मोन को रिलीज करता है, जो मन की बेचैनी को दूर करके आपके इसे शांत रख सकते हैं। आइए आज मन को शांत रखने वाले योगासनों के अभ्यास का तरीका जानते हैं।
जानुशीर्षासन
सबसे पहले योगा मैट पर दंडासन की स्थिति में बैठ जाएं। अब अपने दाएं घुटने को मोड़ते हुए बाईं जांघ के सहारे लगा लें। इसके बाद अपने शरीर को आगे की तरफ झुकाएं और बाएं पैर के अंगूठे को दोनों हाथों से पकड़ने की कोशिश करें। इसी मुद्रा में आप अपने सिर को घुटनों से छूने की कोशिश करें। कुछ देर इसी मुद्रा में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इसी प्रक्रिया को दूसरे पैर से भी दोहराएं।
भुजंगासन
इस योगासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले योगा मैट पर अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों से दबाव देते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके उठाने की कोशिश करें। इस दौरान सामान्य तरीके से सांस लेते रहें। इसके बाद कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं और फिर इस योगासन को दोहराएं।
उत्तानासन
उत्तानासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब सांस छोड़ते हुए और कूल्हों की तरफ से मुड़ते हुए नीचे झुकें। ध्यान रहें कि इस दौरान आपके घुटने बिल्कुल सीधे हों और पैर एक−दूसरे के समानांतर हों। इसके बाद अपने हाथों से अपने पंजों को छूने की कोशिश करें। कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहने के बाद धीरे−धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।
सेतुबंधासन
सेतुबंधासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट बिछाकर उस पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं। अब अपने पैरों को घुटनों से मोड़ें और अपने दोनों हाथों को एड़ियों के करीब लाने की कोशिश करें। इसके बाद अपने कूल्हे और पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं। अब कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। कुछ देर विश्राम के बाद इस योगासन का दोबारा अभ्यास करें।