
बीगल बनाम लैब्राडोर: जानिए कौन-सा कुत्ता आपके परिवार के लिए सही है?
क्या है खबर?
कुत्ता पालना एक बड़ा फैसला है और जब बात नस्ल की आती है तो यह और भी अहम हो जाता है।
बीगल और लैब्राडोर दोनों ही लोकप्रिय नस्लें हैं, लेकिन इनके बीच में फर्क है।
बीगल छोटे आकार के होते हैं, जबकि लैब्राडोर बड़े और मजबूत होते हैं।
इस लेख में हम दोनों नस्लों के बारे में विस्तार से जानेंगे ताकि आप अपने परिवार के लिए सही विकल्प चुन सकें।
बीगल
बीगल की खासियत
बीगल छोटे और मध्यम आकार के होते हैं, जिनका वजन लगभग 9 से 11 किलो तक होता है।
ये बहुत ही सक्रिय और चंचल होते हैं, जो बच्चों के साथ खेलना पसंद करते हैं। इनकी सूंघने की क्षमता बहुत अच्छी होती है इसलिए इन्हें शिकार के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
बीगल की देखभाल में ज्यादा मेहनत नहीं लगती है, लेकिन इन्हें नियमित रूप से व्यायाम की जरूरत होती है ताकि वे स्वस्थ रहें।
लैब्राडोर
लैब्राडोर की विशेषताएं
लैब्राडोर बड़े और मजबूत कुत्ते होते हैं, जिनका वजन लगभग 25 से 36 किलो तक हो सकता है।
ये बहुत ही मिलनसार स्वभाव के होते हैं और हर उम्र के लोगों के साथ अच्छी तरह से घुलमिल जाते हैं।
लैब्राडोर को प्रशिक्षित करना आसान होता है क्योंकि ये जल्दी सीख जाते हैं। इन्हें पानी से खेलने का बहुत शौक होता है, इसलिए इन्हें तैराकी सिखाना अच्छा रहता है।
इनकी देखभाल भी आसान होती है।
अंतर
दोनों नस्लों में अंतर
बीगल और लैब्राडोर दोनों ही अपनी-अपनी जगह पर बेहतरीन पालतू जानवर साबित हो सकते हैं।
अगर आपके पास छोटा सा घर है या आप पहली बार कुत्ता पाल रहे हैं तो बीगल आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है, वहीं अगर आप एक बड़ा परिवार हैं और आपके पास खुला मैदान है तो लैब्राडोर ज्यादा अच्छा रहेगा।
इसके अलावा बीगल की सूंघने की क्षमता ज्यादा अच्छी होती है, जबकि लैब्राडोर को प्रशिक्षित करना आसान होता है।
चयन
परिवार के लिए कौन सा बेहतर?
अगर आपका परिवार छोटा है या आपके बच्चे छोटे हैं तो बीगल बेहतर विकल्प हो सकता है क्योंकि ये छोटे होते हैं और बच्चों के साथ खेलना पसंद करते हैं।
दूसरी ओर अगर आपका परिवार बड़ा है और आपके पास खुला मैदान है तो लैब्राडोर ज्यादा अच्छा रहेगा।
दोनों ही नस्लें अपनी-अपनी जगह पर बेहतरीन पालतू जानवर साबित हो सकती हैं इसलिए अपने परिवार की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सही विकल्प चुनें।