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बंदर बनाम एप्स: जानिए एक जैसे दिखने वाले इन जानवरों में अंतर
बंदर बनाम एप्स

बंदर बनाम एप्स: जानिए एक जैसे दिखने वाले इन जानवरों में अंतर

लेखन अंजली
Nov 17, 2025
02:17 pm

क्या है खबर?

बंदर और एप्स दोनों ही प्राइमेट्स परिवार के सदस्य होते हैं, लेकिन इनमें कई महत्वपूर्ण अंतर होते हैं। बंदर और एप्स के बीच के अंतर को समझना जरूरी है ताकि इनके बारे में सही जानकारी प्राप्त हो सके। इन दोनों के बीच के अंतर को समझने से आप इनके व्यवहार, शारीरिक संरचना और सामाजिक जीवन को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। आइए जानते हैं कि बंदर और एप्स में से कौन ज्यादा बुद्धिमान है।

#1

बंदर और एप्स का शारीरिक अंतर

बंदर और एप्स के बीच सबसे बड़ा अंतर उनकी शारीरिक बनावट में है। जहां बंदरों की पूंछ होती है, वहीं एप्स की पूंछ नहीं होती। इसके अलावा एप्स का शरीर आमतौर पर बड़ा और मजबूत होता है, जबकि बंदरों का शरीर पतला और हल्का होता है। एप्स के हाथों की उंगलियां भी बंदरों की तुलना में ज्यादा लंबी और मजबूत होती हैं, जिससे वे पेड़ों पर आसानी से चढ़ सकते हैं।

#2

बंदर और एप्स का सामाजिक जीवन

बंदर और एप्स दोनों ही सामाजिक जीव होते हैं, लेकिन इनके सामाजिक जीवन में भी कुछ खास अंतर होते हैं। बंदर समूहों में रहते हैं और इनके समूहों में अक्सर प्रतिस्पर्धा होती रहती है, वहीं एप्स भी झुंड बनाकर रहते हैं, लेकिन इनके झुंडों में सहयोग और आपसी समझ ज्यादा होती है। एप्स के समूहों में सदस्य एक-दूसरे की देखभाल करते हैं और एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं।

#3

बंदर और एप्स की बुद्धिमत्ता

समझदारी के मामले में एप्स बंदरों से ज्यादा होशियार होते हैं। एप्स अपने उपकरणों का उपयोग करने में माहिर होते हैं और जटिल समस्याओं को हल करने की क्षमता रखते हैं। वे अपने अनुभवों से सीखते हैं और नए तरीकों से चीजों को करने की कोशिश करते हैं। दूसरी ओर बंदरों की समझ भी अच्छी होती है, लेकिन वे एप्स की तुलना में कम विकसित होती है।

#4

बंदर और एप्स की संवाद विधि

बंदर और एप्स दोनों ही अपनी भावनाओं और जरूरतों को व्यक्त करने के लिए विभिन्न प्रकार की आवाजों का उपयोग करते हैं। एप्स अपने समूह के सदस्यों के साथ बातचीत करने के लिए कई तरह की आवाजें निकालते हैं और हाथों के इशारों का भी इस्तेमाल करते हैं। दूसरी ओर, बंदरों की बातचीत मुख्य रूप से आवाजों तक सीमित रहती है। इस तरह इन दोनों के बीच कई खास अंतर हैं।

#5

बंदर और एप्स का जीवनकाल

जीवनकाल के मामले में भी दोनों में अंतर होता है। एप्स का जीवनकाल आमतौर पर लंबा होता है और वे 30 से 50 साल तक जीवित रहते हैं। दूसरी ओर, बंदरों का जीवनकाल कम होता है और वे लगभग 15 से 25 साल तक जीवित रहते हैं। इस तरह बंदर और एप्स दोनों ही प्राइमेट्स वर्ग के सदस्य होते हैं, लेकिन इनमें कई खास अंतर होते हैं।