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चलते-फिरते सो सकते हैं ये 5 जानवर, जानिए कैसे
चलते-फिरते सोने वाले जानवर

चलते-फिरते सो सकते हैं ये 5 जानवर, जानिए कैसे

लेखन अंजली
Aug 06, 2025
12:52 pm

क्या है खबर?

सोना जीवन का एक अहम हिस्सा है और यह मनुष्यों के साथ-साथ जानवरों के लिए भी जरूरी है। कुछ जानवर अपने जीवन में सोने का आनंद लेते हैं, जबकि कुछ इसे मजबूरी समझते हैं। हालांकि, कुछ जानवर ऐसे भी हैं, जो चलते-फिरते सो जाते हैं। जी हां, आपने सही सुना, कुछ जानवर चलते-फिरते सो जाते हैं। आइए आज हम आपको पांच ऐसे जानवरों के बारे में बताते हैं जो ऐसा कर सकते हैं।

#1

डॉल्फिन

डॉल्फिन एकमात्र ऐसी जलीय प्राणी है, जो चलते-फिरते सो सकती है। यह अपने आधे दिमाग को सोने देती है, जबकि आधा सक्रिय रहता है। इससे वह अपने साथी को पहचान सकती है और शार्क जैसी शिकारी मछलियों से बच सकती है। इस तरीके से डॉल्फिन आराम से सो भी लेती है और अपने आसपास के माहौल से बेखबर नहीं होती है। इसलिए डॉल्फिन को चलते-फिरते सोने वाली जानवर भी कहा जाता है।

#2

जिराफ

जिराफ एक अनोखा जानवर है, जो अपनी लंबी गर्दन और पैरों के कारण खड़े होकर ही सोता है। जिराफ की गर्दन इतनी लंबी होती है कि वह जमीन पर झुकाकर नहीं सो सकता। वहीं उसके पैरों इतने लंबे होते हैं कि वह बैठकर नहीं सो सकता है। इसलिए जिराफ चलते-फिरते सोने वाला जानवर भी कहा जाता है। जिराफ की इस अनोखी विशेषता के कारण वह खड़े होकर ही आराम महसूस करता है।

#3

घोड़े

घोड़े भी चलते-फिरते सोने वाले जानवरों में शामिल होते हैं। घोड़े अपने पैरों के सहारे खड़े होकर सोते हैं और आराम महसूस करते हैं। घोड़े की इस अनोखी विशेषता के कारण वह चलते-फिरते सोने वाला जानवर भी कहा जाता है। घोड़े की यह विशेषता उसे प्राकृतिक माहौल में सुरक्षित रहने में मदद करती है। इसके अलावा यह विशेषता घोड़े को शिकारी जानवरों से बचाने में भी सहायक होती है।

#4

फ्लेमिंगो

फ्लेमिंगो एक खूबसूरत पक्षी है, जो अपने पैरों पर खड़े होकर सोता है। फ्लेमिंगो की पंजों की संरचना ऐसी होती है कि वह आराम से खड़े होकर सो सकता है। फ्लेमिंगो की इस अनोखी विशेषता के कारण वह चलते-फिरते सोने वाला जानवर भी कहा जाता है। फ्लेमिंगो की यह विशेषता उसे प्राकृतिक माहौल में सुरक्षित रहने में मदद करती है। इसके अलावा यह विशेषता फ्लेमिंगो को शिकारी जानवरों से बचाने में भी सहायक होती है।

#5

हाथी

हाथी भी चलते-फिरते सोने वाला जानवर होता है। हाथी अपने पैरों के सहारे खड़े होकर सोता है और आराम महसूस करता है। हाथी की इस अनोखी विशेषता उसे प्राकृतिक माहौल में सुरक्षित रहने में मदद करती है। इसके अलावा यह विशेषता हाथी को शिकारी जानवरों से बचाने में भी सहायक होती है। इस प्रकार हम देख सकते हैं कि कई जानवर अपने जीवन में चलते-फिरते सोने की कला सीख चुके हैं।