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वायु प्रदूषण सबसे ज्यादा बच्चों पर डाल रहा असर, आंकड़ों में खुलासा 
वायु प्रदूषण का बच्चों के स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है (तस्वीर: फ्रीपिक)

वायु प्रदूषण सबसे ज्यादा बच्चों पर डाल रहा असर, आंकड़ों में खुलासा 

Nov 12, 2025
03:38 pm

क्या है खबर?

दिल्ली समेत देश के कई शहरों में वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता जा रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। पॉलिसीबाजार के आंकड़े बताते हैं कि प्रदूषण से जुड़े सभी स्वास्थ्य बीमा दावों में लगभग 43 फीसदी बच्चों के हैं, जो इसे सबसे प्रभावित समूह बनाता है। साथ ही पिछले एक साल में श्वसन और हृदय संबंधी बीमारियों के लिए अस्पताल में भर्ती होने का खर्च 11 फीसदी बढ़ गया है।

आयु 

किस आयु वर्ग में कितना पड़ा असर?

प्रदूषण से जुड़े सभी दावों में से लगभग आधे (43 फीसदी) दावे 10 साल से कम उम्र के बच्चों के थे, जो किसी भी अन्य आयु वर्ग की तुलना में 5 गुना ज्यादा है। 31-40 वर्ष की आयु के वयस्कों के ऐसे दावों में 14 फीसदी हिस्सेदारी थी, जबकि वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष से अधिक) के दावों में 7 फीसदी हिस्सेदारी थी। प्रदूषण संबंधी बीमारियों में वृद्धि दिवाली के बाद ज्यादा हुई, जिसका कारण इस अवधि में प्रदूषण बढ़ना है।

इजाफा 

प्रदूषण से जुड़ी बीमारियों में कितना हुआ इजाफा?

प्रदूषण से जुड़े दावे 2022 में 6.4 फीसदी से बढ़कर 2025 में 9 फीसदी हो गए। इस साल सितंबर में अस्पताल में भर्ती होने के लगभग 9 फीसदी दावे प्रदूषण के कारण हुई बीमारियों से जुड़े थे। इनमें श्वसन संक्रमण, हृदय संबंधी जटिलताओं से लेकर आंखों और त्वचा की एलर्जी तक शामिल हैं। दिल्ली में प्रदूषण से जुड़े दावों की संख्या सबसे ज्यादा 38 फीसदी रही है। इसके बाद हैदराबाद (8.34 फीसदी) और बेंगलुरु (8.23 फीसदी) का नंबर आता है।

खर्चा 

इतना बढ़ गया इलाज पर खर्चा 

आंकड़े बताते हैं कि प्रदूषण संबंधी बीमारियों के लिए औसत दावा राशि 55,000 रुपये है, जबकि अस्पताल में भर्ती होने का खर्च औसतन 19,000 रुपये प्रतिदिन है। वित्त वर्ष 2023 और 2024 के बीच श्वसन संबंधी बीमारियों के इलाज की लागत में 11 फीसदी और हृदय संबंधी जटिलताओं के इजाज में खर्चे में 6 फीसदी की वृद्धि हुई। प्रदूषण के कारण उच्च रक्तचाप, अस्थमा, COPD, एरिथमिया, एक्जिमा और कंजंक्टिवाइटिस के मामले बढ़े हैं।