टैटू बनवाने की सोच रहे हैं? नया शोध बदल सकता है आपका मन
क्या है खबर?
शरीर पर टैटू बनवाना फैशन का एक हिस्सा बन चुका है। तरह-तरह के डिजाइन्स वाले ये टैटू देखने में तो काफी अच्छे लगते हैं, लेकिन इससे जुड़े एक हालिया अध्ययन ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
अमेरिका के खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA) के नए अध्ययन के अनुसार, टैटू और स्थायी मेकअप स्याही की सीलबंद बोतलों में लाखों हानिकारक बैक्टीरिया पाए गए हैं।
आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
अध्ययन
टैटू और स्थायी मेकअप स्याही में मिले लाखों बैक्टीरिया
जर्नल एप्लाइड एंड एनवायर्नमेंटल माइक्रोबायोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के लेखक और FDA के सदस्य सियोंग-जे किम ने टैटू स्याही में माइक्रोबियल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरंतर निगरानी करने की सलाह दी है।
किम ने बताया, "टैटू और स्थायी मेकअप में इस्तेमाल की जाने वाली स्याही को त्वचा में गहराई तक इंजेक्ट किया जाता है, जिससे एक ऐसी स्थिति बनती है जहां हानिकारक बैक्टीरिया पनप सकते हैं।"
समस्याएं
टैटू स्याही से होने वाले संभावित खतरे
FDA के सौंदर्य प्रसाधन और रंग कार्यालय की निदेशक लिंडा काट्ज के अनुसार, ये रोगजनक या अन्य हानिकारक पदार्थ इंजेक्शन स्थल से खून और लसीका प्रणालियों के माध्यम से शरीर के अन्य भागों तक जा सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा, "अगर बैक्टीरिया फैलते हैं तो ये एंडोकार्टिटिस या सेप्टिक शॉक जैसी स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं, जिस कारण टैटू और स्थायी मेकअप की स्याही को स्वास्थ्य के लिए खतरा माना जा रहा है।"
परीक्षण
टैटू और स्थायी मेकअप की स्याही के मिलाकर 75 नमूनों का किया गया परीक्षण
FDA ने इस अध्ययन के लिए अमेरिका में 14 निर्माताओं द्वारा बेचे गए सीलबंद टैटू और स्थायी मेकअप स्याही के 75 नमूनों का परीक्षण किया।
परिक्षण के नतीजों से पता चला कि इनमें से 35 प्रतिशत नमूनों में कुछ हद तक बैक्टीरिया संदूषण था और कुछ नमूनों में प्रति ग्राम 1,05,000 बैक्टीरिया थे।
FDA के पहले के अध्ययनों में पाया गया था कि अमेरिकी निर्माताओं की 35 प्रतिशत सीलबंद टैटू स्याही में प्रति ग्राम 100 लाख तक बैक्टीरिया मिले थे।
सलाह
टैटू और स्थायी मेकअप की स्याही में नहीं होने चाहिए बैक्टीरिया- डॉ. रॉबर्ट
संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रॉबर्ट स्कूली ने कहा कि टैटू और स्थायी मेकअप की स्याही में बैक्टीरिया की संख्या शून्य होनी चाहिए।
बिंघमटन विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान के सहायक प्रोफेसर जॉन स्विर्क ने कहा कि टैटू की स्याही में बैक्टीरिया जानलेवा भी हो सकते हैं।
स्विर्क ने सुरक्षा सुनिश्चित करने और बैक्टीरिया जोखिमों को कम करने के लिए टैटू और स्थायी मेकअप स्याही उद्योग में मानकीकृत विनिर्माण प्रक्रियाओं की आवश्यकता पर जोर दिया।