नवरात्रि के दौरान ही खुलते हैं मां दुर्गा के ये 2 मंदिर, दर्शन करने जरूर जाएं
नवरात्रि का त्योहार दुर्गा माता के 9 रूपों को समर्पित पर्व है, जो हिंदी धर्म में विशेष मान्यता रखता है। इस दौरान भक्त माता रानी की पूजा करते हैं और उनके भजन गाते हैं। देश के कोने-कोने में मां भवानी के अनेकों मंदिर स्थित हैं, जिनमें भक्तों का तांता लगा रहता है। हालांकी, भारत में 2 ऐसे मंदिर भी हैं, जो केवल नवरात्रि के दौरान ही खुलते हैं। आइए इन दोनों रहस्यमय मंदिरों के विषय में विस्तार से जानते हैं।
दांडू मां मंदिर
दांडू मां मंदिर ओडिशा में स्थित एक प्राचीन मंदिर है, जो मां दुर्गा को समर्पित है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार देवी माता ने इस स्थान पर असुरों का वध किया था, जिसके कारण यहां हजारों श्रद्धालु पूजा करने आते हैं। इस मंदिर की खासियत यह है कि यह साल में केवल 9 दिनों के लिए ही खुलता है। शारदीय नवरात्रि के दौरान इस मंदिर के कपाट खुलते ही यहां भक्तों की भीड़ लग जाती है।
मिट्टी के बर्तन में रखा प्रसाद अगले साल भक्तों में बंटता है
दांडू मां मंदिर के कपाट केवल शारदीय नवरात्रि के दौरान ही क्यों खुलते हैं, इसका कारण अज्ञात है। नवरात्रि के पहले दिन से ही यहां विशेष अनुष्ठान शुरू हो जाते हैं, जो 9वें दिन की रात तक चलते हैं। इसके बाद एक मिट्टी के बर्तन में नारियल का प्रसाद रखा जाता है और मंदिर के दरवाजों को अगले साल तक के लिए बंद कर दिया जाता है। अगले साल कपाट खुलने पर भी यह प्रसाद जैसे-का-तैसा रखा रहता है।
निरई माता मंदिर
छत्तीसगढ़ में स्थित निरई माता मंदिर एक रहस्यमय मंदिर है, जहां महिलाओं के प्रवेश पर रोक है। यह मंदिर साल में एक बार 5 घंटे के लिए चैत्र नवरात्रि के दौरान खुलता है। मंदिर के द्वार सुबह 4 बजे से 9 बजे तक खुलते हैं और यहां सुहाग का सामान चढ़ाना भी मना है। इस मंदिर में माता की जोत बिना तेल के 9 दिनों तक जलती रहती है। इस साल इस मंदिर के कपाट 14 अप्रैल को खुले थे।
महिलाएं नहीं खा सकतीं इस मंदिर का प्रसाद
निरई माता छत्तीसगढ़ के मोहेरा गांव से कुछ दूर स्थित पहाड़ी की एक गुफा में विराजमान हैं। यह मंदिर 200 साल पुराना है और यहां कोई मूर्ति विराजित नहीं है। यहां आकर पुरुष माता रानी को नींबू और नारियल चढ़ाते हैं। ग्रामीणों की मान्यता है कि इस मंदिर का प्रसाद खाना भी महिलाओं के लिए अशुभ होता है। अगर कोई महिला इस मंदिर का प्रसाद खा लेती है, तो उसके साथ कोई अनहोनी जरूर होती है।