कला के प्रशंसकों को जरूर देखनी चाहिए भारत की ये प्रसिद्ध आर्ट गैलरी, यादगार रहेगा अनुभव
क्या है खबर?
भारत की बात की जाए और कला का जिक्र न हो, ऐसा संभव नहीं है। कला के जरिए संस्कृति को संरक्षित किया जाता है, भावनाओं को व्यक्त किया जाता है और अपने अंदर छुपी रचनात्मकता को दर्शाया जाता है।
देश में कई महान कलाकारों ने कला के क्षेत्र में योगदान दिए, जो आज भी लाखों की प्रेरणा हैं।
कला में दिलचस्पी रखने वाले और प्रतिभाशाली कलाकारों की रचनाओं को देखने के लिए इच्छुक लोग इन आर्ट गैलरी का रुख करें।
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आधुनिक कला की राष्ट्रीय गैलरी (NGMA)
दिल्ली स्थित 'राष्ट्रीय आधुनिक कला गैलरी' आधुनिक और कंटेम्प्ररी भारतीय कला में दिलचस्पी रखने वालों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है।
यह गैलरी इंडिया गेट के पास के एक बंगले में बनाई गई है। इसे 1954 में स्थापित किया गया था और इसमें 14,000 से ज्यादा कलाकृतियां प्रदर्शित हैं।
आपको यहां राजा रवि वर्मा, अमृता शेरगिल और रबीन्द्रनाथ टैगोर जैसे महान कलाकारों की पेंटिंग देखने को मिल जाएंगी।
गैलरी समय-समय पर शैक्षिक वर्कशॉप और प्रदर्शनियां आयोजित करवाती रहती है।
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छत्रपति शिवाजी महाराज वस्तु संग्रहालय (CSMVS)
छत्रपति शिवाजी महाराज वस्तु संग्रहालय मुंबई में बसा सबसे प्रसिद्ध कला संग्रहालय है। जब वेल्स के राजकुमार भारत यात्रा पर आए थे, उस समय इस संग्रहालय का निर्माण करवाया गया था।
यही कारण है कि इसे पहले प्रिंस ऑफ वेल्स संग्रहालय कहते थे। यह संग्रहालय प्राचीन मूर्तियों से लेकर पारंपरिक चित्रकला तक, कला के कई नमूनों का घर है।
यह रोजाना सुबह सवा 10 बजे खुलता है और इसका प्रवेश शुल्क 700 रुपये है।
#3
सरकारी संग्रहालय और कला गैलरी
सरकारी संग्रहालय और कला गैलरी पंजाब के चंडीगढ़ का एक सार्वजनिक संग्रहालय है। कहा जाता है कि इसका निर्माण विभाजन के समय करवाया गया था।
इस गैलरी में कंटेम्प्ररी कला, पहाड़ी और राजस्थानी मिनिएचर पेंटिंग और गांधार मूर्तिकला का एक दुर्लभ समूह देखने को मिलता है।
यहां आपको आधुनिक कला और प्राचीन कला, दोनों का अनोखा संयोजन देखने को मिल जाएगा, जिसे देखकर आपको नई पेंटिंग बनाने की प्रेरणा मिलेगी।
#4
किरण नादर कला संग्रहालय
किरण नादर कला संग्रहालय नई दिल्ली और नोएडा में स्थित एक निजी आधुनिक और समकालीन कला संग्रहालय है।
यह भारत का पहला निजी संग्रहालय है, जिसकी स्थापना 2010 में हुई थी। किरण नादर नामक महिला ने इसे बनवाया था, जिसमें 3000 से भी ज्यादा कलाकृतियां प्रदर्शित की जाती हैं।
इनमें पेंटिंग, मूर्तिकला, तस्वीरें और कला से जुड़ी कई अन्य चीजें प्रदर्शित की जाती हैं। इस संग्रहालय की एक शाखा मुंबई में भी खोली गई है।