
पारंपरिक भोजन परोसने के लिए इन 5 पत्तों का करें इस्तेमाल, जानें फायदे
क्या है खबर?
भारत में पारंपरिक भोजन परोसने के लिए पत्तों का उपयोग एक पुरानी परंपरा है। ये पत्ते न केवल खाने का स्वाद बढ़ाते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं।
इनका उपयोग करने से भोजन की सुगंध और ताजगी बनी रहती है।
इस लेख में हम आपको पांच ऐसे पत्तों के बारे में बताएंगे, जिनका उपयोग भारतीय व्यंजनों में किया जाता है और उनके स्वास्थ्य लाभ भी जानेंगे।
#1
केले के पत्ते का करें इस्तेमाल
केले के पत्ते का उपयोग दक्षिण भारत में बहुतायत से होता है। इन पर खाना परोसने से भोजन की सुगंध और स्वाद बढ़ जाता है।
केले के पत्ते एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
इसके अलावा ये पेट की समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं और खाने को प्राकृतिक रूप से साफ रखते हैं।
केले के पत्ते पर्यावरण अनुकूल होते हैं क्योंकि ये आसानी से नष्ट हो जाते हैं।
#2
पीपल के पत्ते का महत्व
पीपल के पेड़ को धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन इसके पत्तों का उपयोग भी कई प्रकार से होता है।
पीपल के पत्ते एंटीबैक्टीरियल गुणों वाले होते हैं, जो संक्रमण रोकने में सहायक होते हैं।
इन्हें अक्सर पूजा-पाठ या विशेष अवसरों पर प्रसाद रखने के लिए प्रयोग किया जाता है। इनके इस्तेमाल से भोजन शुद्ध और ताजगी भरा रहता है।
#3
सलाई के पत्ते की खासियत
सलाई या साल वृक्ष के बड़े-बड़े हरे-भरे पत्ते उत्तर भारत में लोकप्रिय रूप से थाली बनाने के लिए प्रयोग किए जाते हैं।
साल के पत्तों की थाली मजबूत होती है और इनमें खाना लंबे समय तक ताजा रहता है।
इनका उपयोग पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अहम कदम माना जाता है क्योंकि ये जैविक रूप से अलग हो जाते हैं।
#4
अरबी (तारो) के पत्ते भी हैं फायदेमंद
अरबी या तारो पौधे की बड़ी-बड़ी हरी-हरी पत्तियां पूर्वी भारत खासकर बंगाल क्षेत्र में लोकप्रिय होती हैं।
इन पत्तियों मे विटामिन-A, विटामिन-C, कैल्शियम, आयरन जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
अरबी पत्ते मे लिपटे हुए पकवान जैसे पटोल भापा आदि बनाकर खाए जाते हैं। यह पेट संबंधी समस्याओं मे राहत देते हैं।
#5
कमल (लोटस)के पत्तों का करें इस्तेमाल
कमल फूल जितना सुंदर होता है उतना ही उसके बड़े-बड़े गोलाकार पत्ते भी आकर्षक लगते हैं।
कमल पत्तो मे लिपटा हुआ चावल पकाने कि विधि दक्षिण भारत और चीन जापान आदि देशों में प्रचलित हैं।
यह चावल कि खुशबू और स्वाद बढाता है। साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर कि सफाई करते हैं और त्वचा चमकदार बनाते हैं।