
क्या आपकी किडनी ठीक से काम नहीं कर रही? ये संकेत मिले तो हो जाएं सावधान
क्या है खबर?
किडनी हमारे शरीर का एक अहम हिस्सा है। यह शरीर से जहरीले पदार्थों को बाहर निकालती है। अगर किडनी को किसी कारणवश नुकसान पहुंचता है तो शरीर में ये हानिकारक तत्व जमा होने लगते हैं, जो कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे लक्षण बताते हैं, जो किडनी के कमजोर होने का संकेत दे सकते हैं ताकि समय रहते इसका इलाज किया जा सके।
#1
पेशाब में बदलाव आना
अगर किडनी को नुकसान पहुंचने लगता है तो पेशाब में बदलाव आना शुरू हो जाता है। पेशाब का रंग बदलना, बार-बार पेशाब की इच्छा होना या फिर पेशाब के बाद भी असंतोष महसूस होना आदि इसके लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा पेशाब में खून आना या फिर पेशाब का बहुत गहरा रंग होना भी किडनी के कमजोर होने का लक्षण हो सकता है।
#2
शरीर में सूजन आना
अगर आपको कहीं पर सूजन दिखने लगे तो यह भी किडनी के कमजोर होने का संकेत हो सकता है। आमतौर पर यह हाथ, पैर, टखनों और चेहरे पर होती है। इसका कारण शरीर में अतिरिक्त पानी और नमक का जमा होना हो सकता है। इसके अलावा किडनी के कमजोर होने पर शरीर के अन्य हिस्सों में भी सूजन आ सकती है। इसलिए सूजन को नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से संपर्क करें।
#3
थकान का अनुभव होना
अगर आपको रोजाना थकान महसूस हो रही है तो यह भी किडनी के कमजोर होने का संकेत हो सकता है। इसका कारण है कि जब किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती है तो इससे शरीर में एक खास प्रकार का हार्मोन कम बनने लगता है। इस हार्मोन की कमी के कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे थकान की समस्या हो सकती है।
#4
सांस लेने में तकलीफ होना
अगर आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो यह भी किडनी के कमजोर होने का संकेत हो सकता है। आमतौर पर सांस लेने में तकलीफ तब होती है, जब शरीर में ज्यादा मात्रा में हानिकारक तत्व जमा हो जाते हैं। इस स्थिति में ये तत्व खून के जरिए फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है।
#5
नींद न आना
किडनी के कमजोर होने पर शरीर में जहरीले तत्व जमा हो जाते हैं, जो नींद आने में बाधा डाल सकते हैं। दरअसल, इन तत्वों के जमाव होने पर शरीर में कई तरह के बदलाव होने लगते हैं, जो नींद पर असर डाल सकते हैं। अगर आपको नींद न आने की समस्या हो रही है तो इसके लिए डॉक्टर से संपर्क करें ताकि समय रहते इसका इलाज किया जा सके।