गुजरात के द्वारका में स्थित हैं ये खूबसूरत धार्मिक और पर्यटन स्थल, यात्रा का बनाएं हिस्सा
द्वारका गुजरात का एक प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल है। यह शहर भगवान कृष्ण की नगरी के रूप में जाना जाता है और यहां स्थित द्वारकाधीश मंदिर श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। समुद्र तट पर बसे इस शहर में प्राचीन मंदिरों के साथ-साथ प्राकृतिक सुंदरता भी देखने को मिलती है। यहां की यात्रा धार्मिक आस्था के साथ-साथ इतिहास प्रेमियों के लिए भी खास अनुभव हो सकती है। आइए जानें कि यहां किन-किन जगहों का रुख करें।
द्वारकाधीश मंदिर
द्वारकाधीश मंदिर को जगत मंदिर भी कहा जाता है। यह भगवान कृष्ण को समर्पित एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यह 2,500 साल पुराना माना जाता है और इसकी वास्तुकला बेहद खूबसूरत है। यहां हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। सुबह-शाम आरती का दृश्य बहुत मनमोहक है और भक्तों को आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है। मंदिर के चारों ओर का वातावरण भक्तिमय और शांतिपूर्ण है, जो यहां आने वाले सभी लोगों को एक विशेष अनुभव प्रदान करता है।
बेट द्वारका
बेट द्वारका एक छोटा सा द्वीप है, जो मुख्य भूमि से कुछ किलोमीटर दूर स्थित है। इसे भगवान कृष्ण की राजधानी माना जाता था। यहां पहुंचने के लिए नाव द्वारा यात्रा करनी पड़ती है, जो अपने आप में एक रोमांचकारी अनुभव है। इस द्वीप पर कई छोटे-बड़े मंदिर हैं, जिनमें रुक्मिणी देवी का मंदिर प्रमुख आकर्षण है। यहां की धार्मिक और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है और उन्हें शांति का अनुभव कराती है।
गोमती घाट
गोमती नदी का संगम स्थान होने के कारण गोमती घाट धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है। यहां श्रद्धालु पवित्र स्नान करते हैं और पूजा करते हैं। इस घाट पर बैठकर सूर्यास्त देखना भी एक अनोखा अनुभव है। यहां की शांति और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। गोमती घाट पर समय बिताना एक यादगार अनुभव हो सकता है। खासकर जब आप यहां की धार्मिक गतिविधियों में भाग लेते हैं और प्राकृतिक नजारों का आनंद उठाते हैं।
रुक्मिणी देवी मंदिर
रुक्मिणी देवी मंदिर भगवान कृष्ण की पत्नी रुक्मिणी को समर्पित एक सुंदर स्थल है। यह मुख्य शहर से लगभग 2 किलोमीटर दूर स्थित है और इसकी स्थापत्य कला बेहद खूबसूरत मानी जाती है। इस मंदिर की दीवारों पर उकेरी गई मूर्तियां और चित्रकारी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। यहां की शांति और धार्मिक वातावरण भक्तों को विशेष अनुभव प्रदान करता है। मंदिर के चारों ओर का दृश्य भी बहुत आकर्षक है।
नवलखा महल
नवलखा महल को हनुमानगढ़ किला भी कहा जाता है। यह ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है। यह महल अपनी अनोखी वास्तुकला और भव्यता के लिए जाना जाता है। यहां पर्यटक इतिहास और संस्कृति से रूबरू हो सकते हैं। महल की दीवारों पर की गई नक्काशी और चित्रकारी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। इस प्रकार द्वारका की यात्रा धार्मिक आस्था और ऐतिहासिक धरोहरों को जानने-समझने का बेहतरीन अवसर प्रदान करती है।