तेलंगाना के नागरकुर्नूल में सुरंग ढहने से 6 मजदूर फंसे, राहत और बचाव कार्य जारी
क्या है खबर?
तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले में एक सुरंग ढह गई है, जिसमें कम से कम 6 मजदूरों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
ये घटना डोमलापेंटा के पास श्रीसैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) में हुई है। बताया जा रहा है कि सुरंग में 14 किलोमीटर अंदर छत का करीब 3 मीटर का हिस्सा धंस गया है।
घटना के वक्त करीब 50 मजदूर सुरंग में काम कर रहे थे।
हादसा
हादसे के बारे में अब तक क्या-क्या पता है?
रिपोर्ट के मुताबिक, सुरंग के 14 किलोमीटर अंदर बाईं ओर की छत 3 मीटर तक ढह गई है। घटना के वक्त सुरंग में कई मजदूर थे, जिनमें से ज्यादातर को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
बता दें कि 4 दिन पहले ही सुरंग में दोबारा काम शुरू किया गया था।
तेलंगाना के मंत्री कोमाटिरीडडी वेंकट रेड्डी ने कहा, "दुर्घटना कांक्रीट सेगमेंट की फिसलन के कारण हुई है, जो सुरंग के 14 वें किलोमीटर इनलेट को कवर करती है।"
मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने हादसे पर जताया दुख
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हादसे पर दुख जताया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने हादसा होते ही अधिकारियों को सतर्क कर दिया है और जिला कलेक्टर, SP, अग्निशमन विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचने का आदेश दिया है।
सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार और उनके विभाग के अन्य अधिकारी हेलीकॉप्टर से दुर्घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
बयान
परियोजना पर काम करने वाली कंपनी ने 2 टीमें सुरंग में भेजी
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए नागरकर्नूल के पुलिस अधीक्षक (SP) वैभव गाइकवाड़ ने कहा, "श्रीसैलम जलाशय के पास स्थित सुरंग की छत का लगभग तीन मीटर हिस्सा ढह गया, जब श्रमिक अपना सामान्य काम कर रहे थे। जो कंपनी परियोजना पर काम कर रही थी, उसकी 2 टीमें सुरंग में स्थिति का आंकलन करने गई हैं। टीम के बाहर आने के बाद ही हम स्थिति की गंभीरता के बारे में बेहतर तरीके से बता पाएंगे।"
बचाव कार्य
घटना के बाद बचाव अभियान जारी
घटना के बाद राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं। फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए बचाव दल ने अभियान शुरू कर दिया है।
केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी सुरंग दुर्घटना के कारणों की जानकारी ली है और अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
बता दें कि इस सुरंग के जरिए कृष्णा नदी पर बने श्रीशेलम जलाशय के पानी को 44 किलोमीटर दूर ले जाकर 4 जिलों में आपूर्ति की जाएगी।