महिला न्यायाधीश ने मांगी जीवन खत्म करने की अनुमति, CJI ने हाई कोर्ट से मांगी रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की एक महिला न्यायाधीश के भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु मांगने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला न्यायाधीश का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद CJI ने इलाहाबाद हाई कोर्ट से रिपोर्ट तलब की है। CJI के निर्देश पर सुप्रीम कोर्ट के महासचिव अतुल एम कुरहेकर ने हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को पत्र लिखकर कार्रवाई की स्थिति पूछी।
CJI ने आंतरिक शिकायत समिति की रिपोर्ट भी मांगी
रिपोर्ट के मुताबिक, CJI के निर्देश पर कुरहेकर ने रजिस्ट्रार जनरल से महिला न्यायाधीश की शिकायत पर आंतरिक शिकायत समिति द्वारा की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी है। CJI को संबोधित पत्र में महिला न्यायाधीश ने बाराबंकी में अपनी पिछली पोस्टिंग के दौरान एक जिला न्यायाधीश और उसके सहयोगियों पर शारीरिक और मानसिक शोषण का आरोप लगाया और अपना जीवन सम्मान के साथ खत्म करने की अनुमति मांगी। यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर काफी वायरल है।
क्या लिखा है चिट्ठी में?
महिला न्यायाधीश ने चिट्ठी में लिखा है कि जिला न्यायाधीश ने उनको रात में मिलने के बुलाया। उनका हद दर्जे तक यौन उत्पीड़न किया गया और उनके साथ बिल्कुल कूड़े जैसा व्यवहार हुआ। उन्होंने चिट्ठी में बताया की जुलाई, 2023 में उन्होंने हाई कोर्ट की आंतरिक शिकायत समिति में अपनी बात रखी थी। उन्होंने समिति की जांच को तमाशा और दिखावा कहा। उन्होंने इस बारे में इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और अन्य अधिकारियों को भी शिकायत दी थी।