गवाह ने पहचानी मालेगांव धमाकों में इस्तेमाल हुई भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह की मोटरसाइकिल
क्या है खबर?
साल 2008 में मालेगांव में हुए बम धमाकों में इस्तेमाल हुई LML फ्रीडम मोटरसाइकिल को सोमवार को कोर्ट में लाया गया।
यह मोटरसाइकिल बम धमाकों की आरोपी और भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नाम पर रजिस्टर्ड है।
भोपाल से सांसद प्रज्ञा सिंह फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। इन धमाकों में छह लोगों की मौत हुई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
कोर्ट में पेश की गई मोटरसाइकिल धमाकों वाली जगह मिली थी।
मामला
गवाह ने पहचानी दो मोटरसाइकिल और पांच साइकिलें
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इस मामले के गवाह ने धमाके में इस्तेमाल हुई LML फ्रीडम के अलावा एक दूसरी मोटरसाइकिल होंडा यूनिकॉर्न और पांच साइकिलों की पहचान कर ली है।
गवाह ने ये मोटरसाइकिल और साइकिलें लगभग 11 साल पहले हुए धमाकों के घटनास्थल पर देखी थी।
इन मोटरसाइकिल और साइकिलों को फॉरेंसिक साइंस लैब में जांच के बाद महाराष्ट्र एंटी-टेररिज्म स्क्वाड (ATS) को सौंप दिया गया था, जो मालेगांव धमाकों की जांच कर रही थी।
जांच
टेंपो में डालकर अदालत लाई गई मोटरसाइकिल
मुंबई अदालत में जगह कम होने के कारण मोटरसाइकिल को ATS कालाचौकी यूनिट में भेजा गया।
सोमवार को मुद्देमाल (अपराध में इस्तेमाल की गई वस्तु जो आरोपी से बरामद की जाती है) को टेंपो में डालकर अदालत में लाया गया।
पांचवी मंजिल पर स्थित कोर्ट रूम में बाइक को पहुंचा पाना मुश्किल था, इसलिए अदालत ने अभियोजन और बचाव पक्ष को नीचे जाकर मोटरसाइकिल की जांच की बात कही।
विशेष जज वीएस पडलकर ने भी मोटरसाइकिल को देखा।
क्लीनचिट
NIA ने दी थी प्रज्ञा सिंह को क्लीनचिट
पिछले महीने अदालत में दी गई गवाही में गवाह ने कहा था कि पुलिस ने उसे MH 15 P 4572 नंबर की LML फ्रीडम मोटरसाइकिल दिखाई थी।
मोटरसाइकिल के रजिस्ट्रेशन के आधार पर पुलिस ने अक्तूबर, 2008 में प्रज्ञा सिंह ठाकुर को गिरफ्तार किया था। यह इस मामले में पहली गिरफ्तारी थी।
2016 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने यह कहते हुए प्रज्ञा को क्लीन चिट दे दी कि उन्होंने दो सालों तक इसका इस्तेमाल नहीं किया था।
जानकारी
अदालत ने नहीं मानी NIA की दलील
हालांकि, कोर्ट ने NIA की यह दलील मानने से इनकार कर दिया और कहा कि यह मोटरसाइकिल प्रज्ञा सिंह के नाम पर रजिस्टर है और यह ट्रायल में पता चलेगा कि धमाकों में इस्तेमाल मोटरसाइकिल उनकी है या नहीं।
मामला
कथित तौर पर धमाका करने वालों को दी थी मोटरसाइकिल
मालेगांव धमाकों की चार्जशीट में प्रज्ञा सिंह ठाकुर का नाम शामिल था।
दरअसल, इन धमाकों के लिए कई बैठकें हुई थीं। इन्हीं में एक बैठक में प्रज्ञा सिंह ने कथित तौर पर इस हमले को अंजाम देने वाले व्यक्ति को खोजने का जिम्मा लिया था।
इन लोगों के नाम सुनील जोशी, रामचंद्रा कालसंगरा और संदीप डांगे था।
प्रज्ञा सिंह इनमें से जोशी और कालसंगरा के करीब थी और इन्हें धमाका करने के लिए अपनी मोटरसाइकिल दी थी।