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तेजस विमान दुर्घटना में शहीद नमांश को विंग कमांडर पत्नी ने दी अंतिम विदाई, देखें वीडियो
तेजस विमान दुर्घटना में शहीद नमांश को विंग कमांडर पत्नी ने दी अंतिम विदाई

तेजस विमान दुर्घटना में शहीद नमांश को विंग कमांडर पत्नी ने दी अंतिम विदाई, देखें वीडियो

Nov 23, 2025
06:33 pm

क्या है खबर?

दुबई एयर शो 2025 के दौरान तेजस लड़ाकू विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर नमांश स्याल का पार्थिव शरीर शनिवार को भारत लाया गया। रविवार सुबह पार्थिव देह को हिमाचल प्रदेश स्थित कांगड़ा हवाई अड्‌डे पर पहुंचाया गया, जहां वायुसेना अधिकारियों, स्थानीय लोगों और परिजनों ने उन्हें अंतिम सम्मान दिया। उसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए पैतृक गांव पटियालकर ले जाया गया। बता दें यह दुर्घटना 21 नवंबर को हुई थी।

शोक

भारतीय वायुसेना और ग्रामीणों ने शोक व्यक्त किया

वायुसेना ने स्याल के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। पटियालकर के ग्रामीणों ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। स्थानीय निवासी और सैनिक स्कूल सुजानपुर टीरा में स्याल के सहपाठी पंकज चड्ढा ने उन्हें स्कूल का गौरव बताया। एक अन्य ग्रामीण, संदीप कुमार ने कहा कि वे सभी अपने छोटे भाई के निधन से बहुत दुखी हैं। इस दौरान पत्नी विंग कमांडर अफशां अख्तर ने भी स्याल को अश्रुपूर्ण विदाई दी।

भावना

स्याल के चाचा ने शैक्षणिक उत्कृष्टता को याद किया

स्याल के चाचा मदन लाल ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें एक होनहार छात्र बताया जो स्कूल में अव्वल आता था। लाल ने ANI से कहा , "यह देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है।" भारतीय वायुसेना ने पुष्टि की है कि स्थानीय समयानुसार दोपहर लगभग 2:10 बजे दुबई एयर शो 2025 में हवाई प्रदर्शन के दौरान HAL तेजस जेट के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण स्याल की मौत हो गई थी।

ट्विटर पोस्ट

विंग कमांडर अफशां ने अपने पति को दी अंतिम विदाई

सम्मान

पूरे सैन्य सम्मान के साथ पार्थिव शरीर स्वदेश लाया गया

भारतीय वायुसेना की ओर से पूरे सैन्य सम्मान के साथ स्याल के पार्थिव शरीर को लेकर स्वदेश वापस लाया गया। उनका पार्थिव शरीर 23 नवंबर को भारतीय वायुसेना के C-130 विमान से तमिलनाडु के सुलूर वायुसेना अड्डे ले जाया गया। वहां से अंतिम संस्कार के लिए कांगड़ा स्थित उनके पैतृक निवास ले जाया गया। वायुसेना ने कहा कि इस दुखद दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित की गई है।