राजस्थान: ब्यावर में स्कूली छात्राओं के यौन शोषण और धर्मांतरण का मामला क्या है?
क्या है खबर?
राजस्थान का बिजयनगर (ब्यावर) जिला इन दिनों सांप्रदायिक तनाव की चपेट में है।
15 फरवरी को यहां के एक निजी स्कूल की नाबालिग लड़कियों से यौन शोषण और अश्लील फोटो-वीडियो बनाकर धमकाने का मामला सामने आया था।
इसके बाद ऐसे ही कुछ और मामले भी सामने आए और धीरे-धीरे ये तनाव भीलवाड़ा, अजमेर समेत राजस्थान के कई शहरों में फैल गया। मामले में राज्यपाल का भी बयान सामने आया है।
आइए जानते हैं विवाद क्या है।
शुरुआत
कैसे हुई शुरुआत?
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, घटना की जानकारी तब सामने आई, जब एक पीड़िता के बटुए से 2,000 रुपये गायब थे। जब पिता ने अपनी बेटी से इसके बारे में पूछा तो उसने पैसे निकालने की बात कबूल की।
इस दौरान पीड़िता की मां को बेटी के स्कूल बैग में एक फोन मिला, जिससे वह कथित तौर पर एक मुस्लिम युवक से बात करती थी। पीड़िता की एक नाबालिग बहन भी दूसरे मुस्लिम युवक से बात करते हुए पाई गई।
धमकी
एक के बाद एक सामने आईं कई पीड़िताएं
दोनों बहनों ने कथित तौर पर अपने माता-पिता को बताया कि युवकों ने उनकी मुलाकात का वीडियो बना लिया है और उन्हें धमका रहे हैं।
16 फरवरी को दोनों लड़कियों के परिवार ने 2 मुस्लिम युवकों पर यौन शोषण और धर्म परिवर्तन का प्रयास करने के आरोप में FIR दर्ज कराई।
बाद में इसी इलाके की 3 और नाबालिग लड़कियों के परिवारों ने भी 3 अन्य युवकों के खिलाफ इसी तरह का मामला दर्ज कराया।
गिरफ्तारी
पूर्व पार्षद सहित 11 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO) सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और 3 नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है।
पूर्व निर्दलीय पार्षद हकीम कुरैशी को भी 23 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था, जिसे कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया था। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी एक ही समुदाय के हैं।
प्रदर्शन
राजस्थान के कई शहरों में हुए प्रदर्शन
मामला सामने आने के बाद राजस्थान के कई शहरों में हिंदूवादी संगठनों ने प्रदर्शन किए हैं। ब्याहर, अजमेर से लेकर भीलवाड़ा तक हिंदूवादी संगठन रैली और बंद का आयोजन कर रहे हैं।
मामले पर राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा, "क्या हिंदूवादी संगठन से जुड़ना पाप है? अगर कोई हमें टारगेट करेगा तो हम भी जवाब देंगे। जो लोग टेढ़ी नजर से देखते हैं, उनसे नजर मिलाकर जवाब दो। डरने की जरूरत नहीं, बल्कि ईंट का जवाब पत्थर से दो।"