
कौन थे राजस्थान में जगुआर लड़ाकू विमान हादसे में जान गंवाने वाले दोनों IAF पायलट?
क्या है खबर?
राजस्थान के चूरू में बुधवार को नियमित प्रशिक्षण मिशन के दौरान भारतीय वायुसेना (IAF) का जगुआर लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 2 पायलट की जान गई है। मृतक पायलटों में हरियाणा के रोहतक निवासी स्क्वाड्रन लीडर लोकेंद्र सिंह सिंधु (44) और राजस्थान के पाली निवासी फ्लाइट लेफ्टिनेंट ऋषि राज सिंह (23) हैं। हादसा दोपहर साढ़े 12 बजे रतनगढ़ के भानुदा गांव में हुआ था। हादसे का पता लगाने के लिए IAF ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया है।
पहचान
लोकेंद्र सिंह एक महीने पहले ही बने थे पिता
स्क्वाड्रन लीडर लोकेंद्र का घर देव कॉलोनी में है। उनकी शादी कोरोना महामारी के दौरान हुई थी। वह एक महीने पहले ही 10 जून को एक लड़के के पिता बने थे। लोकेंद्र को 2016 में वायुसेना में फाइटर पायलट के रूप में कमीशन मिला था। जब हादसे में उनकी मौत हुई, तब उनकी पत्नी अपने मायके में थीं। वे अपने 3 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनके भाई बहुराष्ट्रीय कंपनी में हैं, जबकि बहन वायुसेना में शॉर्ट-सर्विस कमीशन अधिकारी थीं।
पहचान
लोकेंद्र के साथ सह-पायलट थे ऋषि राज सिंह
ऋषि राज सिंह जान गंवाने वाले दूसरे पायलट हैं, जो लोकेंद्र सिंह के साथ सह-पायलट थे। दोनों ने विमान को रिहायशी इलाके से दूर ले जाने की कोशिश की थी। ऋषि नंबर 5 स्क्वाड्रन 'टस्कर्स' का हिस्सा थे। वे एक युवा पायलट थे, जो इस मिशन में प्रशिक्षु की भूमिका में थे। वे जगुआर ट्रेनर विमान में एक अनुभवी पायलट के साथ प्रशिक्षण ले रहे थे। वे हाल में वायुसेना में शामिल हुए थे। उनकी शादी नहीं हुई थी।
हादसा
इस साल तीसरा जगुआर दुर्घटनाग्रस्त
यह 2025 में हुई तीसरी जगुआर लड़ाकू विमान दुर्घटना है। इससे पहले 2 अप्रैल को गुजरात के जामनगर में जगुआर विमान हादसे का शिकार हो गया था। इसमें 28 वर्षीय पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव की मौत हो गई थी। यादव नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर थे। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद ये हादसा हो गया था। 7 मार्च को हरियाणा के अंबाला में जगुआर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हालांकि, पायलट ने समय रहते खुद को बचा लिया था।