कौन है रोहिणी कोर्ट में हुई गोलीबारी में जान गंवाने वाला गैंगस्टर जीतेंद्र गोगी?
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में शुक्रवार को ऐसी वारदात हुई जिसके बारे में कभी किसी ने सोचा नहीं होगा। दो अज्ञात बंदूकधारियों ने कोर्ट के अंदर जज के सामने ही ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए कुख्यात गैंगस्टर जीतेंद्र मान उर्फ गोगी सहित तीन जनों को मौत की नींद सुला दिया। सूत्रों के अनुसार गोगी की हत्या के पीछे टिल्लू ताजपुरिया गैंग का हाथ है, लेकिन अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। यहां जानते हैं आखिर कौन है जीतेंद्र गोगी।
गोगी गैंग का सरगना था जीतेंद्र
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, गोलीबारी में मारा गया गैंगस्टर जीतेंद्र मान गोगी नाम के गिरोह का सरगनाह था। वह राजधानी दिल्ली में हत्या और जबरन वसूली से जुड़े दर्जनों मामलों में शामिल था। पुलिस अधिकारियों की माने तो गोगी और उसके सहयोगी हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी, अवैध हथियार रखने, लूटपाट और अवैध रूप से जमीनों पर कब्जा करने जैसे अपराधों में शामिल थे। वह 2016 में महज तीन महीने में ही पुलिस हिरासत से भाग गया था।
पुलिस ने गोगी पर रखा था चार लाख रुपये का ईनाम
साल 2016 में पुलिस ने गोगी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन वह तीन महीने में ही फरार हो गया। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए चार लाख रुपये का ईनाम रखा था। गोगी ने साल 2018 में अपने साथियों के साथ बुराड़ी में एक व्यस्त मार्ग पर पर गैंगस्टर वीरेंद्र मान की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसके बाद वह विशेष रूप से चर्चा में आया था। गोगी ने मान के सीने में 20 गोलियां दागी थी।
एक समय में जिगरी यार थे गोगी और टिल्लू
एक समय ऐसा था जब टिल्लू ताजपुरिया और जितेंद्र गोगी जिगरी यार हुआ करते थे। दोनों हर समय साथ रहते थे और लोग दोनों को भाई समझते थे। उस समय ये दोनों एक ही गाड़ी में चलते थे एक ही कॉलेज के बाहर बैठक करते थे। उसी समय से गोगी और टिल्लू ने छोटी-मोटी वारदातों को अंजाम देकर अपना खौफ बनाना शुरू कर दिया था। इसके साथ दोनों ने साथ ही एक गैंग भी खड़ा कर लिया था।
कैसे हुई थी गोगी और टिल्लू के बीच दुश्मनी?
गोगी और टिल्लू के बीच 2010 में दिल्ली के एक कॉलेज छात्र संघ चुनाव के दौरान दुश्मनी हुई थी। गोगी स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज का मेधावी छात्र था। उस दौरान गोगी का एक दोस्त चुनाव में खड़ा हुआ था, लेकिन टिल्लू ने उससे मारपीट कर उसे चुनाव से नाम वापस लेने पर मजबूर कर दिया। यहीं से वर्चस्व की लड़ाई ने गैंगवार का रूप ले लिया। दोनों की गैंगवार में अब तक 10 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
पुलिस के साथ कई बार हो चुकी थी गोगी गैंग की मुठभेड़
गोगी और टिल्लू गैंग ने दिल्ली पुलिस की नाक में दम कर रखा था। दोनों की पुलिस से मुठभेड़ होती रहती थी। पुलिस ने पिछले महीने ही द्वारका में गोगी गैंग से हुई गंभीर मुठभेड़ के बाद उसके सदस्य कुलदीप कसाना को गिरफ्तार किया था। उसी दौरान पुलिस ने कराला क्षेत्र से टिल्लू गैंग के भी दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी। पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद पिछले साल ही गोगी को गिरफ्तार किया था।
रोहिणी कोर्ट में हुआ गोगी के जीवन का अंत
पुलिस की नाक में दम करने वाले जीतेंद्र गोगी का अंत गुरुवार को रोहिणी कोर्ट में उस समय हो गया, जब पुलिस पेशी के लिए उसे कोर्ट में लेकर गई और वहां पहले से मौजूद दो आरोपियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर उसे मौत की नींद सुला दिया। पुलिस के अनुसार आरोपी पहले से ही कोर्ट में मौजूद थे और गोगी के पहुंचते ही गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। इसके बाद काउंटर इंटेलीजेंस टीम ने दोनों हमलावरों को ढेर कर दिया।
अस्थाना बोले- गैंगवार नहीं था
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेस अस्थाना ने बताया कि टिल्लू गैंग से संबंधित दोनों बदमाशों को मार गिराया गया है और यह गैंगवार नहीं था। वहीं रोहिणी के DCP प्रणव तायल ने बताया हमलावर वकील की वर्दी पहनकर ही कोर्ट के अंदर घुसे थे।