NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / क्या है हल्द्वानी में लगभग 4,000 घरों को हटाए जाने का मामला, जो सुप्रीम कोर्ट पहुंचा?
    अगली खबर
    क्या है हल्द्वानी में लगभग 4,000 घरों को हटाए जाने का मामला, जो सुप्रीम कोर्ट पहुंचा?
    हल्द्वानी में रेलवे की भूमि पर हुए अतिक्रमण के मामले पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा

    क्या है हल्द्वानी में लगभग 4,000 घरों को हटाए जाने का मामला, जो सुप्रीम कोर्ट पहुंचा?

    लेखन सकुल गर्ग
    Jan 04, 2023
    07:52 pm

    क्या है खबर?

    उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी में रेलवे की भूमि पर अवैध रूप से बने हजारों घरों और अतिक्रमण को हटाए जाने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को इस मामले पर सुनवाई करेगा।

    उत्तराखंड हाईकोर्ट ने हाल ही में हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में रेलवे की भूमि पर हुए इस अतिक्रमण को हटाने के आदेश दिए थे।

    आइए जानते हैं कि यह पूरा मामला क्या है।

    मामला

    क्या है पूरा मामला?

    हल्द्वानी के बनभूलपुरा और गफूर बस्ती में रेलवे की भूमि पर बने 4,000 से अधिक घरों के लोगों को जमीन खाली करने का नोटिस दिया गया है। इसके चलते इन परिवारों पर बेघर होने का खतरा है।

    बतौर रिपोर्ट्स, इस इलाके में रेलवे की जमीन पर 50,000 से अधिक लोग (अधिकांश मुस्लिम) बसे हुए हैं और कुछ परिवार यहां पर कई दशकों से रह रहे हैं।

    उत्तराखंड हाई कोर्ट के मुताबिक, 8 जनवरी को क्षेत्र से अतिक्रमण हटाया जाना है।

    आदेश

    हाई कोर्ट ने क्या आदेश दिया था?

    उत्तराखंड हाई कोर्ट ने 20 दिसंबर को हल्द्वानी में रेलवे की करीब 29 एकड़ भूमि पर हुए इस अतिक्रमण को हटाने के लिए आदेश सुनाया था।

    हाई कोर्ट ने कहा था कि रेलवे की जमीन पर कब्जा करने वालों को एक सप्ताह का नोटिस देकर जमीन खाली करवाई जाए।

    हाई कोर्ट ने नोटिस के बावजूद जमीन खाली नहीं करने वालों को पुलिस और अर्धसैनिक बलों की मदद से बलपूर्वक हटाने का निर्देश भी दिया गया था।

    अतिक्रमण

    क्षेत्र में क्या-क्या अतिक्रमण है?

    NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, इस इलाके में हजारों घरों के अलावा चार सरकारी स्कूल, 11 निजी स्कूल, एक बैंक, 10 छोटी-बड़ी मस्जिद, चार मंदिर और दो पानी की टंकी भी बनी हुई हैं, वहीं पिछले कुछ वर्षों में बनीं दुकानें भी यहां मौजूद हैं।

    रेलवे के अधिकारियों ने हाल ही में इस इलाके में अपनी भूमि पर हुए अवैध अतिक्रमण का जायजा लेने के लिए ड्रोन की मदद से हवाई सर्वेक्षण भी किया था।

    जानकारी

    क्षेत्र के लोग कर रहे हैं प्रदर्शन

    इलाके में रहने वाले लोग हाई कोर्ट के फैसले के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। काफी संख्या में लोगों ने कैंडल मार्च भी निकाला। कुछ लोगों ने पट्टा दिखाते हुए पूछा कि प्रशासन ने उन्हें पहले बस जाने देने की अनुमति क्यों दी थी।

    चुनौती

    कांग्रेस विधायक ने हाई कोर्ट के फैसले को दी uw चुनौती

    हल्द्वानी से कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश के नेतृत्व में क्षेत्र के निवासियों ने सुप्रीम कोर्ट में उत्तराखंड हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती दी है।

    वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने मामले को सुप्रीम कोर्ट के आगे रखा, जिसके बाद भारत के मुख्य न्यायधीश (CJI) जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस एसए नजीर और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की बेंच ने इसे स्वीकार कर लिया।

    मामले की सुनवाई गुरुवार को होगी।

    विरोध

    मौन व्रत पर बैठे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत

    उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने घरों को हटाए जाने के विरोध में बुधवार को एक घंटे के लिए मौन व्रत धारण किया।

    उन्होंने कहा कि अगर बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों समेत 50,000 से अधिक लोगों को अपना घर खाली करने और सड़कों पर निकलने के लिए मजबूर किया जाता है तो यह बहुत ही दुखद दृश्य होगा।

    उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कार्रवाई रोकने की दिशा में कदम उठाने की अपील भी की।

    प्रतिक्रिया

    बसपा और सपा ने भी दी प्रतिक्रया

    बसपा प्रमुख मायावती ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, 'उत्तराखंड के हल्द्वानी में बर्फीले मौसम में अतिक्रमण हटाने के नाम पर हजारों गरीब और मुस्लिम परिवारों को उजाड़ने का अमानवीय कार्य अति दुखद है। सरकार का काम लोगों को बसाना है, न कि उजाड़ना।'

    उन्होंने कहा कि सरकार को मामले में सकारात्मक कदम उठाने चाहिए।

    सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल को हल्द्वानी भेजा है।

    तैयारी

    पुलिस और प्रशासन ने क्या तैयारी की है?

    कुमाऊं रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IG) नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि अतिक्रमण हटाए जाने के लिए PAC की कई कंपनियों को तैनात किया गया है और अर्धसैनिक बलों की 14 कंपनियों की मांग भी की गई है।

    उन्होंने कहा कि मौके पर 4,000-5,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी, जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल होंगी।

    इसके अलावा प्रशासन पर्याप्त संख्या में JCB मशीन समेत अन्य उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की तैयारी कर रहा है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    उत्तराखंड
    सुप्रीम कोर्ट
    उत्तराखंड हाई कोर्ट

    ताज़ा खबरें

    रेखा की फिल्म 'उमराव जान' सिनेमाघरों में दोबारा हो रही रिलीज, जानिए कब देख पाएंगे रेखा
    ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर बोले- सेना युद्ध लड़ने की तैयारी की ओर बढ़ रही है ब्रिटेन
    2030 तक AI संभालेगा इन मानवीय कार्यों की जिम्मेदारी, रिपोर्ट में दावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    IPL 2025 में कैसा रहा MI के कप्तान हार्दिक पांड्या का प्रदर्शन? जानिए उनके आंकड़े  मुंबई इंडियंस

    उत्तराखंड

    इस शख्स ने की 22 साल नौकरी, अब जैविक खेती कर पलायन को दे रहे चुनौती मुंबई
    उत्तराखंड के पांच ऑफबीट पर्यटन स्थल, जहां मजे से बितेंगे छुट्टियों के दिन ट्रेवल टिप्स
    उत्तर प्रदेश: बरेली प्रशासन ने सरकारी कर्मचारियों के जींस और टी-शर्ट पहनने पर रोक लगाई केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI)
    देहरादून: खाना बनाने से इनकार करने पर बुजुर्ग ने बैट से पीटकर की पत्नी की हत्या देहरादून

    सुप्रीम कोर्ट

    राजीव गांधी हत्याकांड: धमाके से लेकर दोषियों की रिहाई तक, कब क्या हुआ? राजीव गांधी
    राजीव गांधी हत्याकांड: जेल से रिहा किए गए नलिनी श्रीहरण समेत सभी छह हत्यारे राजीव गांधी
    सुप्रीम कोर्ट ने जबरन धर्मांतरण को माना गंभीर मुद्दा, केंद्र सरकार से मांगा जवाब भाजपा समाचार
    सरकार ने बताए नोटबंदी के फायदे, सुप्रीम कोर्ट में कहा- RBI से बातचीत कर लिया फैसला नोटबंदी

    उत्तराखंड हाई कोर्ट

    उत्तराखंड: हाई कोर्ट का मुख्यमंत्री पर लगे आरोपों की CBI जांच का आदेश, पत्रकार को राहत झारखंड
    उत्तराखंड हाई कोर्ट ने पर्यटकों की बढ़ती भीड़ पर जताई चिंता, सरकार से मांगा जवाब उत्तराखंड
    उत्तराखंड हाई कोर्ट ने दी चार धाम यात्रा की इजाजत, कोरोना प्रोटोकॉल का करना होगा पालन नैनीताल
    UKPSC: आयोग ने उत्तराखंड PCS की मुख्य परीक्षा टाली, जानें नई तारीखें उत्तराखंड लोक सेवा आयोग
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025