
ईरान पर इजरायल के हमले के बाद कैसी है भारतीय छात्रों की हालत?
क्या है खबर?
इजरायल और ईरान के बीच 4 दिनों से मिसाइल और ड्रोन से हमले जारी है। इनके बीच हजारों की संख्या में भारतीय दोनों देशों में फंसे हैं और अपनी जान बचाकर वहां से निकलने के प्रयास में जुटे हैं।
ईरान में हालात ज्यादा खराब है और वहां फंसे भारतीयों सरकार से उन्हें निकालने की गुहार लगाई है।
इस बीच सरकार ने भी उनकी निकासी के प्रयास तेज कर दिए हैं। ऐसे में आइए वहां फंसे भारतीयों की हालत जानते हैं।
संख्या
ईरान और इजरायल में कितने भारतीय फंसे हैं?
भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, वर्तमान में इजरायल और ईरान देशों में मौजूद भारतीय खतरें में हैं। इजरायल में 18,000 से 20,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें छात्र और भारतीय मूल के यहूदी शामिल हैं। 10 मार्च, 2025 तक 6,694 भारतीय कर्मचारी इजरायल में थे।
मंत्रालय ने बताया कि वर्तमान में ईरान में लगभग 10,765 भारतीय रहते हैं, जिनमें छात्र, कर्मचारी और व्यवसायी हैं। इन सभी को सुरक्षित निकालना सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित होने वाला है।
जानकारी
ईरान के अपना हवाई क्षेत्र बंद करने से बढ़ी परेशानी
इजरायल के हमला करने के बाद ईरान ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है। इसके चलते वहां फंसे भारतीयों को निकालने में बड़ी परेशानी आ रही है। ऐसे में सरकार ने ईरान के अधिकारियों से भारतीयों को निकासी में मदद मांगी है।
हालात
ईरान में कैसे हैं भारतीय छात्रों की हालत?
ईरान की राजधानी तेहरान के शहीद बेहेश्टी विश्वविद्यालय से MBBS कर रहे 22 वर्षीय भारतीय छात्र इम्तिसाल मोहिदीन ने ANI से कहा, "मैं शुक्रवार तड़के 2:30 बजे तेज धमाकों की आवाज सुनकर जाग गया और बेसमेंट की ओर भागा। तब से हम सो नहीं पाए हैं। विश्वविद्यालय ने कक्षाएं भी निलंबित कर दी हैं। वर्तमान में हम 350 से अधिक भारतीय छात्र हॉस्टल फंसे हुए हैं। हम बुरी तरह डरे हुए हैं। हमने भारतीय दूतावास से भी संपर्क किया है।"
धमाका
हॉस्टल से सिर्फ 5 किलोमीटर दूर हुआ धमाका
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा निवासी छात्र मोहिदीन ने कहा, "हम अपने अपार्टमेंट के बेसमेंट में फंस गए हैं। हम हर रात धमाकों की आवाज सुनते हैं। एक धमाका सिर्फ 5 किलोमीटर दूर हुआ था। हम 3 दिनों से सोए नहीं हैं।"
केरमान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्रथम वर्ष के छात्र और श्रीनगर निवासी फैजान नबी ने कहा, "हमने आज अपने शहर में गोलियों की आवाज सुनी। हमें 3-4 दिनों का पीने स्टोर करने को कहा गया है।"
नेटवर्क
इंटरनेट भी नहीं कर रहा काम
प्रभावित इलाके में फंसे श्रीनगर निवासी एक अन्य छात्र ने कहा, "मुझे अपने माता-पिता से रोजाना 10 फोन आ रहे हैं, लेकिन कमजोर नेटवर्क से बात नहीं हो पा रही है। इसी तरह इंटरनेट इतना धीमा है कि मैं जल्दी से एक व्हाट्सऐप मैसेज भी नहीं कर पा रहा हूं।"
उन्होंने कहा, "हम यहां डॉक्टर बनने के लिए आए थे, लेकिन अब हम बस जिंदा रहने की कोशिश कर रहे हैं। यहां हालात बहुत भयानक और डरावने हो चुके हैं।"
घायल
इजरायल के हमले में घायल हुए कश्मीरी छात्र
तेहरान में स्टूडेंट हॉस्टल में फंसे 3 कश्मीरी छात्र इजरायली हमले में घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा, "हम पूरी तरह से डर के साये में जी रहे हैं। यहां काफी संख्या में कश्मीरी छात्र फंसे हैं, जो वापस भारत आना चाहते हैं।"
इधर, ईरान स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने कश्मीर सहित सभी अंतरराष्ट्रीय छात्रों को तेहरान के उत्तर में सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है और लगातार उनसे संपर्क बनाए हुए हैं। जल्द ही उन्हें वापस भारत लाया जाएगा।
प्रयास
भारतीयों को जमीनी रास्ते से सुरक्षित निकालने की तैयारी
भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में सभी भारतीय सुरक्षित हैं और वे लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उनकी मदद के लिए टेलीग्राम पर 24X7 हेल्पलाइन शुरू की है।
अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण भारतीयों को जमीनी रास्ते से निकालने में मदद करने की मांग की थी। इस पर ईरान ने अपनी जमीनी सीमाओं को खोल दिया है। अब जल्दी ही भारतीयों को निकालने का काम शुरू किया जाएगा।