राम नवमी: पश्चिम बंगाल के हिंदू संगठन निकालेंगे 5,000 से अधिक जुलूस, पुलिस हाई अलर्ट पर
आज राम नवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल में हिंदू संगठन 5,000 से अधिक जुलूस निकालेंगे और किसी भी सांप्रदायिक झड़प को रोकने के लिए पूरे राज्य में पुलिस हाई अलर्ट पर है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस के अलावा हुगली, हावड़ा, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर, आसनसोल और बैरकपुर जिलों का प्रशासन भी अलर्ट पर है। ये वो जिले हैं, जहां पिछले कुछ सालों में राम नवमी के मौके पर हिंसा हुई है।
वार्ड और पंचायत स्तर पर निकाले जाएंगे जुलूस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबद्ध हिंदू जागरण मंच राज्य के हर जिले में वार्ड या पंचायत स्तर पर 5,000 से अधिक जुलूस निकालेगा। उसकी बारासात, सिलीगुड़ी और कोलकाता के बड़ा बाजार में बड़े जुलूस निकालने की भी योजना है। हिंदू जागरण मंच ने कहा कि उसके कुछ जुलूसों में लाखों लोगों के आने की उम्मीद है। उसने पुलिस से सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और अंजनी पुत्र सेना भी हावड़ा में रैली निकालेंगे।
पुलिस की चेतावनी- कानून व्यवस्था भंग की तो होगी सख्त कार्रवाई
पुलिस ने चेतावनी देते हुए कहा कि है कि जो भी कानून व्यवस्था भंग करेगा, उसके साथ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। एक अनाम पुलिस अधिकारी ने अखबार को बताया कि जुलूस के दौरान हथियारों के सार्वजनिक प्रदर्शन की अनुमति नहीं होगी। अधिकारी ने बताया कि कुछ पारंपरिक समूहों और अखाड़ों को जुलूस निकालने की अनुमति दी गई है। उन्होंने बताया कि हर जुलूस की वीडियोग्राफी होगी और शर्तें तोड़ने पर कार्रवाई की जाएगी।
पिछले साल राम नवमी पर हावड़ा में हुई थी हिंसा
बता दें कि पिछले साल राम नवमी के मौके पर हावड़ा के शिवपुर में 2 समुदाय भिड़ गए थे। इस हिंसक झड़प में कई वाहनों में आग लगा दी गई थी और पत्थरबाजी और दुकानों में तोड़फोड़ हुई थी। हावड़ा के अलावा ये हिंसा हुगली जिले के रिशरा और उत्तर दिनाजपुर जिले के दलखोला में भी फैल गई थी। हिंसा में दर्जनों लोग घायल हुए थे और पुलिस ने मामले में लगभग 116 लोगों को हिरासत में लिया था।
हाई कोर्ट ने शर्तों के साथ दी है हावड़ा में जुलूस की अनुमति
15 अप्रैल को कलकत्ता हाई कोर्ट ने शर्तों के साथ हावड़ा में राम नवमी का जुलूस निकालने की अनुमति दी थी। कोर्ट ने कहा था कि जुलूस में 200 से अधिक लोग नहीं होने चाहिए और इससे अधिक लोग हुए तो आयोजकों की जिम्मेदारी होगी। उसने पुलिस से सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा था और उससे पर्याप्त बल न होने पर केंद्रीय बलों की मदद लेने को कहा गया था। राज्य पुलिस ने रास्ता बदलने का अनुरोध किया था।
राम नवमी जुलूस बंगाल में बड़ा राजनीतिक मुद्दा
बता दें कि राम नवमी के जुलूस हालिया सालों में बंगाल में बड़ा राजनीतिक मुद्दा रहे हैं। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) हिंदू संगठनों पर मुस्लिम इलाकों से जुलूस निकालने और आपत्तिजनक नारे लगाकर हिंसा भड़काने का आरोप लगाती है। दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी भाजपा और हिंदू संगठन आरोप लगाते हैं कि मुस्लिम इलाकों में उनके धार्मिक जुलूस पर हमला किया जाता है और हिंदू अपने त्योहार भी अच्छे से नहीं बना पाते हैं। इस बार भी यह बड़ा मुद्दा है।