
दुर्गापुर बलात्कार मामला: पुलिस सामूहिक बलात्कार से कर रही इनकार, पीड़ित छात्रा के सहपाठी पर शक
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में 23 वर्षीय मेडिकल छात्रा से सामूहिक बलात्कार मामले में पुलिस सिर्फ एक व्यक्ति को बलात्कार का दोषी मान रही है। पश्चिम बंगाल पुलिस को संदेह है कि मेडिकल छात्रा के साथ केवल एक व्यक्ति ने बलात्कार किया है न की कई लोगों ने। न्यूज18 के मुताबिक, पुलिस मामले में पीड़िता के सहपाठी के आचरण की भी जांच कर रही है, जो घटना के समय पीड़िता के साथ था और मौके से भाग गया था।
जांच
पुलिस ने छात्रा के सहपाठी को गिरफ्तार किया
पुलिस ने ओडिशा के बालासोर में रहने वाली पीड़ित छात्रा के एक सहपाठी को गिरफ्तार किया है। अब मामले में गिरफ्तार किए गए कुल आरोपियों की संख्या 6 हो गई है। गिरफ्तारी मंगलवार शाम को आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नर सुनील कुमार चौधरी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद हुई है। पुलिस मामले में बारीकी से जांच कर रही है। पुलिस ने पीड़िता का गोपनीय बयान दर्ज कर कॉलेज के पास परनागंज के जंगल में क्राइम सीन रीक्रेट किया है।
जांच
सहपाठी के कपड़े फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए
पुलिस ने बताया कि पीड़िता के सहपाठी की भूमिका संदेह के घेरे में है। घटना की रात सहपाठी ने जो कपड़े पहने थे, उसे जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस ने सभी आरोपियों की DNA जांच के लिए भी नमूने भेजे हैं। पीड़िता का सहपाठी मालदा के कालियाचक का रहने वाला वासिफ अली है। पुलिस ने बताया कि वह शुरू से संदेह में था, लेकिन उसके खिलाफ शिकायत न होने से जांच नहीं हो रही थी।
जांच
अनिच्छा से सहपाठी से साथ गई थी छात्रा
पुलिस जांच के मुताबिक, MBBS छात्रा ने घटना की रात अपने सहपाठी के साथ बाहर जाने से मना किया था, लेकिन जिद के बाद अनिच्छा से कैंपस से बाहर गई और घटना घटी। पीड़िता के पिता ने पुलिस को बताया कि घटना की रात छात्रा पर 2 से 3 लोगों ने हमला किया, जबकि उसका सहपाठी उसे छोड़कर मौके से भाग गया था। पीड़िता के गोपनीय बयान के बाद कुछ अन्य जानकारी सामने आई है। सहपाठी से पूछताछ जारी है।
घटना
क्या है मामला?
10 अक्टूबर की रात दुर्गापुर के शोभापुर इलाके में एक निजी कॉलेज में MBBS द्वितीय वर्ष की ओडिशा की एक छात्रा से सामूहिक बलात्कार हुआ था। छात्रा अपने दोस्त के साथ खाना खाने बाहर गई थी, तभी आते वक्त कुछ युवकों ने महिला को रोका और जबरन पास के जंगल में ले गए। यहां छात्रा के साथ बलात्कार किया, जबकि उसका सहपाठी मौका पाकर भाग गया। मामले की निगरानी ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी कर रहे हैं।