
पश्चिम बंगाल: मुर्शिदाबाद में आपत्तिजनक साइनबोर्ड को लेकर झड़प के बाद कर्फ्यू, इंटरनेट सेवा बंद
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में शुक्रवार रात को कार्तिक पूजा पंडाल में नियॉन साइन बोर्ड पर कथित तौर पर आपत्तिजनक संदेश लिखे जाने को लेकर तनाव शुरू हो गया।
इस घटना से बड़े स्तर पर हिंसा भड़क उठी तथा भीड़ ने पथराव और तोड़फोड़ करने के साथ आगजनी की घटनाओं को भी अंजाम दिया।
उपद्रवियों ने एक पुलिस वाहन को भी नुकसान पहुंचाया। बाद में यह हिंसा काजीसाहा और बेगुनबारी आदि जगहों तक भी फैल गई।
कार्रवाई
पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज
बढ़ती हिंसा को देखते हुए पुलिस को भीड़ पर लाठीचार्ज करना पड़ा। उसके बाद जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है, जिसमें 5 से अधिक लोग एकत्र नहीं हो सकते हैं।
इसके अलावा, क्षेत्र में अफवाहों को रोकने के लिए अस्थायी रूप से इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है।
पुलिस ने बताया कि झड़पों के सिलसिले में अब तक 15 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
आरोप
भाजपा ने TMC पर लगाया आरोप
पश्चिम बंगाल भाजपा ने इस हिंसा से एक वीडियो साझा करते हुए इसके लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है।
भाजपा ने लिखा, 'ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में एक और हिंदू त्योहार हिंसा की भेंट चढ़ गया। मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में कार्तिक पूजा पर हिंदू घरों पर हमला किया गया और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। TMC की तुष्टिकरण की राजनीति के तहत हिंदू कब तक पीड़ित रहेंगे? यह अराजकता समाप्त होनी चाहिए।'
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें घटना का वीडियो
Yet another Hindu festival marred by violence in Mamata Banerjee’s West Bengal.
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) November 17, 2024
In Murshidabad’s Beldanga, Hindu homes are attacked on Kartik Puja, while her police remain spineless spectators.
How long will Hindus suffer under her appeasement politics? This lawlessness must… pic.twitter.com/ioOSKxmb6y
प्रभाव
3 घंटे देरी से चली भागीरथी एक्सप्रेस
झड़पों ने स्थानीय परिवहन को भी बुरी तरह प्रभावित किया। हिंसा के कारण शुक्रवार को कोलकाता-मुर्शिदाबाद भागीरथी एक्सप्रेस 3 घंटे देरी से चली। इसी तरह अन्य ट्रेनों के संचालन पर भी असर पड़ा।
हालांकि, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता मोहम्मद सलीम ने दावा किया कि यह बेलडांगा में धार्मिक घृणा भड़काने के लिए गाली-गलौज और अनादर का एक योजनाबद्ध भड़काऊ प्रदर्शन था। इसी जांच होनी चाहिए।