हरियाणा में फिर हुई किसानों और पुलिस की भिड़ंत, पुलिस ने किया वाटर कैनन का इस्तेमाल

तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों और पुलिस के बीच झड़पों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब हरियाणा के झज्जर में इस तरह की घटना सामने आई है। वहां उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के कार्यक्रम का विरोध कर रहे किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच बड़ी झड़प हुई है। शुरुआत में पुलिसकर्मियों और किसानों के बीच धक्का-मुक्की चल रही थी, लेकिन मामला बढ़ता देखकर पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।
NDTV के अनुसार, उपमुख्यमंत्री चौटाला एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए झज्जर पहुंचे थे। उनके कार्यक्रम को देखते हुए किसानों ने मार्च निकालना शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में महिला और पुरुष किसान हाथों में झंडा लेकर उप मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ रहे थे। उसी दौरान पुलिस ने उन्हें बीच में रोक लिया। पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन उग्र किसान भिड़ने को आतुर दिखे। इससे स्थिति बिगड़ गई।
पुलिस और किसानों की झड़प का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें साफ देखा जा रहा सकता है कि पुलिस और किसानों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हो रही है। हालातों पर काबू पाने के लिए थोड़ी ही देर बार पुलिस वाटर कैनन के जरिए किसानों को तितर-बितर करने का प्रयास करती है, लेकिन उसके बाद भी किसान आगे बढ़ते नजर आते हैं। पुलिस ने उनके रास्तों की बैरिकेडिंग भी की थी, लेकिन किसानों ने उसे भी हटा दिया।
#WATCH | Police use water cannon to disperse protesters who trespassed barricades ahead of Haryana Deputy CM Dushyant Chautala's programme, in Jhajjar. "At a time when farmers' crops have been damaged due to rains, Dy CM is coming here, instead of meeting them,"a protester says pic.twitter.com/NDHIuh0RRQ
— ANI (@ANI) October 1, 2021
उपमुख्यमंत्री चौटाला के कार्यक्रम को लेकर पुलिस द्वारा की गई व्यवस्था को किसानों ने नाकाम साबित कर दिया और वह आगे बढ़ते रहे। सूचना पर पुलिस उपायुक्त श्याम लाल पूनिया कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और उन्होंने किसानों से शांति बरतने की अपील की। उन्होंने कहा, "आप लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर सकते हैं। हम भी आपके बच्चे हैं और हम सरकारी ड्यूटी पर हैं। कृपया हमें अपना कर्तव्य निभाने से न रोकें। कार्यक्रम को बाधित किए बिना विरोध करें।"
पुलिस उपायुक्त की समझाइश के बीच एक उग्र किसान ने कहा कि राज्य में अधिक बारिश से फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। इसके बाद भी उपमुख्यमंत्री किसानों का हाल जानने तक के लिए नहीं आए, लेकिन किसानों से इतर दूसरे कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं। यह पूरी तरह से गलत है और किसान इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान अपनी मांगे पूरी होने तक नहीं हटेंगे।
हरियाणा में पुलिस और किसानों की लगातार झड़पें हो रही है। 28 अगस्त को करनाल में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर सहित अन्य भाजपा नेताओं को रोकने की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर लाठीचार्ज कर दिया था। इसमें कई किसान घायल हो गए थे। इसके विरोध में किसानों ने 7 सितंबर को करनाल लघु सचिवालय का घेराव किया था। उस दौरान भी किसानों की पुलिस से झड़प हुई थी। गुरुवार को भी यहां झड़प हुई थी।