
महाराष्ट्र के अकोला में इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर दो समुदायों में झड़प, 1 की मौत
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के अकोला में एक विवादित इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर शुरू हुए विवाद ने हिंसा का रूप ले लिया और दो समुदायों के लोग आमने-सामने हो गए।
पत्थरबाजी और आगजनी की घटना में 1 व्यक्ति की मौत भी हुई है। घटना अकोला के ओल्ड सिटी इलाके की बताई जा रही है।
फिलहाल हालात काबू में है और इलाके में प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है।
शुरुआत
कैसे हुई हिंसा की शुरुआत?
इंडिया टुडे के मुताबिक, इंस्टाग्राम पर एक धार्मिक नेता के बारे में विवादित पोस्ट से पूरा हंगामा शुरू हुआ। इस पोस्ट के खिलाफ एक समुदाय के लोग थाने में शिकायत करने पहुंचे। इसी दौरान भीड़ उग्र हो गई और पत्थरबाजी शुरू कर पुलिस वाहनों में आग लगा दी।
हंगामे के बीच ही दूसरे समुदाय के लोग भी इकट्ठे हो गए और पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने बलप्रयोग और आंसू गैस का इस्तेमाल कर हालात को काबू में किया।
घायल
2 पुलिसकर्मी समेत 8 घायल
अकोला के पुलिस अधीक्षक संदीप घुगे ने कहा, "धार्मिक भावनाओं को आहत करने को लेकर दो समुदायों के बीच तनाव होने के बाद पथराव हुआ है। वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है। शहर में भारी पुलिस बल तैनात है। सिविल अस्पताल में एक मृतक को लाया गया था, लेकिन हम इसकी जांच कर रहे हैं। अभी तक 26 लोगों को हिरासत में लिया गया है। 2 पुलिसकर्मियों सहित 8 घायल हैं। सभी घायल खतरे से बाहर हैं।"
हिरासत
26 लोग हिरासत में
घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 26 लोगों को हिरासत में लिया है।
इस मामले में 2 FIR दर्ज की गई है। विवादित इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर रामदासपेठ थाने में और हिंसक झड़प को लेकर ओल्ड सिटी थाने में केस दर्ज किया गया है।
घटना के बाद वाशिम, बुलढाणा और अमरावती से भी अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। हालात अब काबू में बताए जा रहे हैं।
संभाजीनगर
मार्च में संभाजीनगर में हुई थी हिंसा
29 मार्च को संभाजीनगर के किराडपुरा इलाके में दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 10 पुलिसकर्मी समेत 12 लोग घायल हुए थे। भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर वाहनों में आग लगा दी थी।
1 अप्रैल को जलगांव में भी एक मूर्ति क्षतिग्रस्त होने के बाद दो गुटों में झड़प हो गई थी। इससे तीन दिन पहले मस्जिद के बार डीजे बजाने को लेकर भी दो गुट आमने-सामने हो गए थे।