उत्तराखंड: सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अमेरिकी मशीन का इस्तेमाल, उम्मीद जगी
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में पिछले 6 दिन से सुरंग के अंदर फंसे विभिन्न राज्यों के 40 मजदूरों के बचाव अभियान में अमेरिकी मशीन से नई उम्मीद जगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका की ऑगर मशीन से शुक्रवार सुबह 6ः30 बजे तक 21 मीटर खुदाई हो चुकी है। मशीन से खुदाई गुरुवार सुबह 10ः30 बजे शुरू हुई थी। अभी 60 मीटर जमीन की खुदाई होनी है, जिसके बाद मजदूरों को आसानी से बचाया जा सकेगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय के आदेश के बाद उपलब्ध हुई मशीन
सिलक्यारा सुरंग में पुरानी मशीन के बिगड़ने और मिट्टी धंसने के बाद नई मशीन को राज्य सरकार के अनुरोध पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के आदेश पर भेजा गया है। 25 टन वजनी मशीन को 2 हिस्सों में दिल्ली से उत्तरकाशी वायुसेना के C-130 हरक्यूलिस विमानों से लाया गया। इससे 900 मिलीमीटर व्यास के 10 से 12 पाइप डालकर 'बचाव सुरंग' बनाई जाएगी। मजदूरों को पाइप के जरिए ऑक्सीजन और खाने-पीने का सामान पहुंचाया जा रहा है।
कैसे हुआ था हादसा?
12 नवंबर को सुबह लगभग 5:00 बजे उत्तरकाशी में भूस्खलन के कारण ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिल्क्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा अचानक ढह गया। इससे 40 मजदूर अंदर फंस गए, जिनमें झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, असम और हिमाचल के मजदूर शामिल हैं। फिलहाल सभी मजदूर सुरंग में सुरक्षित हैं। उनको बचाने के लिए 6 दिन से बचाव अभियान जारी है, जिसमें नार्वे और थाइलैंड के विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।