हरिद्वार कुंभ मेले के लिए नई SOP जारी, श्रद्धालुओं के लिए कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य
देश में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार में शुरू हुए कुंभ मेले के लिए नई मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है। एक महीने तक चलने वाला कुंभ मेला आज से शुरू हो गया है और 12, 14 और 27 अप्रैल को शाही स्नान होंगे। बताया जा रहा है कि लोगों द्वारा महामारी से बचाव के नियमों का उल्लंघन होता देख सरकार ने SOP जारी की है।
RT-PCR टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य
अमर उजाला के अनुसार, मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को यहां या यहां रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन के समय उन्हें नाम और पते समेत RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट अपलोड करनी होगी। रजिस्ट्रेशन से जुड़ी जानकारी देखने के बाद ही लोगों को मेला क्षेत्र में जाने की इजाजत होगी। जो श्रद्धालु बिना रजिस्ट्रेशन और कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट के आएंगे, उनके दस्तावेज देखे जाएंगे और कोरोना टेस्ट किया जाएगा। मेला क्षेत्र में भी रैंडम सैंपलिंग की जाएगी।
सर्वाधिक प्रभावित राज्यों के निवासियों की जांच पर विशेष ध्यान
मेले में कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की जांच पर खास ध्यान रहेगा। अगर मेेले में आने वाला श्रद्धालु बॉर्डर पर जांच के दौरान संक्रमित पाया जाता है तो उसे वहीं से वापस लौटा दिया जाएगा। वहीं अगर कोई व्यक्ति मेला क्षेत्र में प्रवेश के बाद संक्रमित मिलता है तो उसे आइसोलेट किया जाएगा। प्रशासन ने जांच के लिए कुल 33 टीमें गठित की हैं और रोजाना 10,000 से अधिक एंटीजन टेस्ट किए जाएंगे।
मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य
गाइडलाइंस के अनुसार, सभी श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में मास्क पहने रखना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए गंगा के घाटों पर निशान बनाए गए हैं। कई स्थानों पर सैनिटाइजर की व्यवस्था भी की गई है। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की जांच के लिए उत्तराखंड के सभी बॉर्डर पर टेस्टिंग बूथ बनाए गए हैं। जिन लोगों के पास RT-PCR टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट नहीं होगी, उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे पर भी होगी टेस्टिंग
हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले सभी लोगों को RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट दिखाना होगी। अगर किसी के पास यह रिपोर्ट नहीं होगी तो स्वास्थ्य विभाग उनका RT-PCR टेस्ट करेगा। इसी तरह जौली ग्रांट हवाई अड्डे पर भी कोरोना टेस्टिंग की व्यवस्था की गई है। अधिकारियों ने बताया कि मेले की तैयारियां पूरी हो गई है और लोगों से गाइडलाइंस का पालन कराया जाएगा। आप यहां टैप कर इन गाइडलाइंस के बारे में विस्तार से जान सकते हैं।
महामारी के कारण एक ही महीने चलेगा मेला
हरिद्वार में हर 12 साल बाद कुंभ मेला लगता है। आमतौर पर यह 3.5 महीनों तक चलता है, लेकिन इस बार महामारी के कारण इसकी अवधि घटाई गई है। पिछली बार यह मेला 2010 में 14 जनवरी से शुरू होकर 28 अप्रैल तक चला था।
उत्तराखंड और देश में महामारी की क्या स्थिति?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उत्तराखंड में अभी तक 1,00,411 लोगों को कोरोना संक्रमित पाया गया है। इनमें से 1,863 सक्रिय मामले हैं, 96,831 लोग ठीक हो चुके हैं और 1,714 लोगों की मौत हुई है। वहीं अगर पूरे देश की बात करें तो देशभर में बीते दिन कोरोना के 72,330 नए मामले सामने आए और 459 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 1,22,21,665 हो गई है। इनमें से 1,62,927 लोगों की मौत हुई है।