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देहरादून के सहस्त्रधारा में बादल फटने के बाद अब तक 13 शव बरामद, IT पार्क जलमग्न
देहरादून के सहस्त्रधारा में बादल फटने के बाद आई तबाही

देहरादून के सहस्त्रधारा में बादल फटने के बाद अब तक 13 शव बरामद, IT पार्क जलमग्न

लेखन गजेंद्र
संपादन भारत शर्मा
Sep 16, 2025
03:16 pm

क्या है खबर?

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के पास सहस्त्रधारा में सोमवार देर रात बादल फटने से भारी तबाही मची है। इलाके में बनी कई दुकानें और होटल मलबे में बह गई। अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं। कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने जिले में 12वीं तक के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कर दिए हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और बचाव दल को अलर्ट किया गया है।

आपदा

कार्डीगाड़ क्षेत्र में दिखी तबाही

सहस्त्रधारा का कार्डीगाड़ क्षेत्र बादल फटने से बुरी तरह प्रभावित है। यहां के मुख्य बाजार में काफी मलबा आया है, जिससे 2-3 बड़े होटल और 7-8 दुकानें ध्वस्त हो गईं हैं। झाझरा के पास परवल गांव में 8 मजदूर आसन नदी के तेज बहाव में लापता हैं। ट्रैक्टर और वाहन भी बह गए। बहाव इतना तेज था कि नंदा की चौकी का पुल भी बह गया है। तमसा नदी उफन रही है। इलाके में कई लोगों को बचाया गया है।

बचाव

देहरादून में लगातार बारिश से जलभराव

देहरादून में सोमवार देर रात से भारी बारिश हो रही है, जिससे नदी और नाले उफान पर हैं। लोगों के घरों और होटलों में पानी भर गया है। बादल फटने के बाद ऋषिकेष में चंद्रभागा नदी उफान पर है, जिसका पानी राजमार्ग पर आ गया था। यहां से तीन लोगों को बचाया गया है। पुलिस ने बताया कि अब तक कुल 13 लोगों के शव मिले है। अभी भी कई जगहों से लोगों के लापता होने की खबरे हैं।

ट्विटर पोस्ट

देहरादून में बादल फटने के बाद का दृश्य

दुख

मुख्यमंत्री धामी खुद कर रहे स्थिति की निगरानी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सहस्त्रधारा में बादल फटने की घटना का जिक्र कर एक्स पर लिखा, 'देहरादून के सहस्त्रधारा में देर रात हुई अतिवृष्टि से कुछ दुकानों को नुकसान पहुंचने की दुःखद सूचना प्राप्त हुई है। जिला प्रशासन, SDRF, पुलिस मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। इस संबंध में निरंतर स्थानीय प्रशासन से संपर्क में हूं और स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहा हूं। ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं।'

जलभराव

IT पार्क इलाके में हुआ गंभीर जलभराव

बादल फटने से तपोवन में कई घर पानी में डूब गए। सहस्त्रधारा और IT पार्क में जलभराव हो गया। 2 लोगों के लापता होने की खबर है। मूसलाधार बारिश के कारण कार्लीगाड नदी उफान पर आ गई, जिससे भीषण बाढ़ आ गई है। नदी का जलस्तर बढ़ने से एक प्रमुख पुल ध्वस्त हो गया तथा इसके किनारे स्थित संपत्तियों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। SDRF ने देवभूमि संस्थान के जलमग्न होने के बाद वहां फंसे 200 छात्रों को बचाया है।

दौरा

मुख्यमंत्री धामी ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

मुख्यमंत्री धामी ने सहस्त्रधारा, रायपुर, मालदेवता और अन्य प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने कहा, "घरों और सरकारी संपत्तियों को भारी नुकसान हुआ है। हम हालात को पटरी पर लाने के लिए काम कर रहे हैं। कई जगहों पर संपर्क टूट गया है। नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। सभी विभाग युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी हालातों की जानकारी लेकर हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।"

सड़क

मालदेवता में बही 100 मीटर लंबी सड़क

मालदेवता में 100 मीटर लंबी सड़क बह गई, जबकि IT पार्क में जलभराव के कारण दफ्तरों में पानी भर गया और गाड़ियां फंस गईं। स्थानीय निवासी ऋतिक शर्मा ने कहा, "मैं सुबह 5:30 बजे से यहां फंसा हुआ हूं। यहां बहुत पानी है। यहां कार कल रात से फंसी हुई है और पानी में डूबी हुई है। दफ्तरों और बेसमेंट में पानी घुस गया है।" आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया राहत और बचाव कार्य जारी है।