उत्तराखंड हिमस्खलन हादसे में 4 की मौत, 50 बचाए गए; 5 अभी भी लापता
क्या है खबर?
उत्तराखंड के चमोली में माणा गांव के पास 28 फरवरी की सुबह हिमस्खलन के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है।
हिमस्खलन में दबे 55 में से 50 मजदूरों को बचा लिया गया है, जबकि 4 की मौत हो गई है। 5 की तलाश जारी है। 28 फरवरी की रात 8 बजे तक 33 लोगों को बचाया गया था और आज सुबह 14 लोगों को निकाला गया है।
मृतकों में बचाए गए मजदूर भी शामिल हैं।
बात
प्रधानमंत्री मोदी ने की मुख्यमंत्री धामी से बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर बचाव अभियान की जानकारी ली है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, "जनपद चमोली में माणा के निकट हुए हिमस्खलन क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। इसके उपरांत अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए, जिससे राहत एवं बचाव कार्य शीघ्र और प्रभावी रूप से संचालित हो सके। हमारी सरकार प्रभावित श्रमिकों की सुरक्षा और सहायता हेतु तत्परता के साथ कार्य कर रही है।"
सेना
सेना के 4 हेलीकॉप्टर बचाव अभियान में जुटे
चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कहा, "भारतीय सेना के 4 हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया जा रहा है। 7 लोगों को जोशीमठ अस्पताल लाया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना, ITBP, BRO, SDRF और NDRF के 200 से ज्यादा जवान लगे हुए हैं।"
वहीं, ब्रिगेडियर एमएस ढिल्लों ने कहा, "सेना लगातार बचाव अभियान चला रही है। आज 14 लोगों को बचाया गया है। उन्हें इलाज के लिए ले जाया जा रहा है, जिनमें से एक की हालत गंभीर है।"
राज्य
बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के 11-11 मजदूर
चमोली पुलिस ने हिमस्खलन में फंसे श्रमिकों के नामों की सूची जारी की है। इनमें बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के 11-11, हिमाचल प्रदेश के 7, जम्मू-कश्मीर के 1 और पंजाब का एक मजदूर शामिल हैं।
सूची में कुछ मजदूरों का पता नहीं लिखा है।
उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन और पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि बचाव अभियान बेहद चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि घटनास्थल के पास करीब 7 फुट तक बर्फ जमी हुई है।
हादसा
कब और कैसे हुआ था हादसा?
दरअसल, उत्तराखंड में बीते कई दिनों से मौसम खराब है और बर्फबारी हो रही है। 28 फरवरी की सुबह चमोली के माणा गांव में एक ग्लेशियर टूट गया था। इसकी चपेट में 55 मजदूर आ गए थे, जो चमोली-बद्रीनाथ हाईवे के निर्माण कार्य में लगे हुए थे। इनमें से 10 को तुरंत बचा लिया गया था और बाकी के लिए अभियान शुरू किया गया था।
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन के लिए उत्तराखंड में बारिश का अनुमान जताया है।