बदायूं हत्याकांड: मुख्य आरोपी के भाई ने किया आत्मसमर्पण, कहा- मैं निर्दोष हूं
उत्तर प्रदेश के बदायूं में 2 बच्चों की नृशंस हत्या के मामले में मुख्य आरोपी साजिद के भाई जावेद को गिरफ्तार कर लिया गया है। जावेद ने बुधवार रात बरेली में उत्तर प्रदेश पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। जावेद भी मामले में आरोपी है, लेकिन उसने खुद को निर्दोष बताया है। उसका कहना है कि वह वारदात में शामिल नहीं था। उसे पूछताछ और आगे की कार्रवाई के लिए बदायूं लाया गया है।
जावेद का वीडियो वायरल, बताया क्यों भागा था
घटना के बाद से गायब चल रहे जावेद का गिरफ्तारी से पहले का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें वह कुछ लोगों को बता रहे है कि घटना की जानकारी मिलने पर वह बदायूं पहुंचा था, लेकिन भीड़ देखकर दिल्ली भाग गया और अब आत्मसमर्पण करने के लिए दिल्ली से बरेली आया है। उसने कहा कि उसके पास रिकॉर्डिंग है, जिसमें लोग उसे बता रहे हैं कि उसके भाई ने क्या कांड किया है।
जावेद बोला- मेरे भाई ने हत्या की, मेरे कोई हाथ नहीं
वीडियो में जावेद आगे कहता है कि उसके बड़े भाई साजिद ने हत्याकांड को अंजाम दिया और उसका इस कोई हाथ नहीं है। उसने कहा, "मैं बहुत सीधा-शरीफ आदमी हूं... उसने (साजिद) ने किया था, मेरा बिल्कुल भी कुछ नहीं है।" वीडियो में जावेद बार-बार लोगों से उसे पुलिस के हवाले करने की गुहार लगा रहा है। बाद में लोगों ने उसे बरेली पुलिस के हवाले कर दिया, जहां से उसे बदायूं लाया गया।
सुनें जावेद ने क्या कहा (चेतावनी- गाली-गलौज भरी भाषा)
क्या है पूरा मामला?
बदायूं में मंगलवार शाम को सैलून चलाने वाले साजिद ने अपने पड़ोसी परिवार के 2 मासूम बच्चों की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। साजिद 5,000 रुपये उधार मांगने के बहाने घर आया था और तबीयत ठीक न होने की बात कहकर ऊपरी मंजिल पर चला गया। यहां उसने चाकू से हमला कर 2 मासूम बच्चों की हत्या कर दी, वहीं तीसरे बच्चे पर भी हमला किया। पुलिस ने उसे मुठभेड़ में ढेर कर दिया था।
मृतक बच्चों के पिता की अपील- जावेद को मुठभेड़ में न मारे पुलिस
मृतक बच्चों के पिता विनोद ने पुलिस से जावेद को मुठभेड़ में न मारने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर जावेद मुठभेड़ में मारा गया तो कभी यह नहीं पता चलेगा कि उनके बच्चों की हत्या क्यों की गई। उन्होंने अन्य लोगों के शामिल होने की आशंका भी जताई। अभी तक साजिद के बच्चों को मारने का कारण सामने नहीं आया है। वह पीड़ित परिवार को अच्छे से जानता था और उसका उनसे कोई झगड़ा भी नहीं था।