उत्तर प्रदेश: प्रदर्शनों में हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए 28 लोगों को नोटिस
उत्तर प्रदेश के रामपुर में प्रशासन ने दो दर्जन लोगों को नोटिस भेजा है। इन लोगों को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुए नुकसान की भरपाई करने को कहा गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 28 लोगों को नोटिस मिल चुके हैं और उनसे सार्वजनिक संपत्ति को हुए 14.86 लाख रुपये के नुकसान को वसूलने की बात कही गई है। आइये, इस खबर के बारे में विस्तार से जानते हैं।
नोटिस का जवाब देने के लिए दिया गया एक सप्ताह
रामपुर के जिला मजिस्ट्रेट आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस जांच में 28 लोगों की भूमिका सामने आई है। ये लोग एक सप्ताह में अपना जवाब जमा कर सकते हैं नहीं तो वसूली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि आरोपी और उनके परिवार वाले यह सबूत पेश कर सकते हैं कि उनके खिलाफ गलत तरीके से मामला दर्ज किया गया है। इन 28 लोगों में कुछ की गिरफ्तारी हो चुकी है और बाकी की तलाश जारी है।
रामपुर डीएम औंजनेय सिंह का बयान
वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान
जिला प्रशासन ने कहा कि नोटिस राज्य सरकार के आदेश और इलाहाबाद हाई कोर्ट के निर्देश के बाद जारी किए गए हैं। यह नोटिस स्थानीय पुलिस द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी पर आधारित है। पुलिस के पास प्रदर्शनकारियों के फोटो और वीडियो और आसपास के इलाके की CCTV फुटेज हैं। प्रशासन ने लिखा कि उसे भोट पुलिस स्टेशन (7.5 लाख), सब-इंस्पेक्टर की बाइक (65,000), कोतवाली थाने की बाइक (90,000), हूटर, डंडे, हेलमेट और वायरलेस सेट का नुकसान हुआ है।
नोटिस पाने वालों में गरीब लोग भी शामिल
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मंगलवार को जारी हुआ यह नोटिस एक मसाला विक्रेता और एम्ब्रॉयडरी का काम करने वाले एक शख्स को भी भेजा गया है। ये दोनों हिरासत में बंद है। एम्ब्रॉयडरी का काम करने वाले जमीर की मां मुन्नी बेगम ने बताया कि उनके पास अपने बेटे को छुड़ाने के लिए वकील करने तक के पैसे नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी तक उन्हें नोटिस नहीं मिला है, लेकिन उन्हें पैसा चुकाने की चिंता हो रही है।
हिंसा में कुल 16 लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश में पिछले सप्ताह हुए हिंसक प्रदर्शनों में 16 लोगों की मौत हुई थी। इनमें से 14 को गोली लगी थी। रामपुर में शनिवार को एक प्रदर्शनकारी की गोली लगने से मौत हुई थी, जिसके बाद भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी की। उपद्रवियों ने चार मोटरसाइकिल और पुलिस के एक वाहन को भी आग के हवाले कर दिया था। प्रशासन ने इस नोटिस में पुलिस के डंडे, हेलमेट और गोलियों तक की कीमत वसूलने की बात लिखी है।
मुख्यमंत्री योगी ने कही थी 'बदला' लेने की बात
उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन हिंसक झड़पों में बदल गए थे। उपद्रवियों ने सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया और आगजनी की थी। इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदला लेने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि कोई भी इस हिंसा में शामिल है, उनकी वीडियो फुटेज की मदद से पहचान कर बदला लिया जाएगा। जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कराई जाएगी।