
डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ मुद्दे पर अमेरिका-भारत के बीच बातचीत शुरू; कनाडा-मैक्सिको जैसा व्यवहार नहीं होगा
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पारस्परिक टैरिफ लगाने की 2 अप्रैल की समय-सीमा नजदीक आ रही है, जिसको लेकर भारत समेत अन्य देशों में हलचल बढ़ी है।
इसी मुद्दे को लेकर पहली बार नई दिल्ली में भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर आमने-सामने बातचीत हुई है।
बैठक में अमेरिका के व्यापार अधिकारियों ने अपने भारतीय समकक्षों को संकेत दिया कि टैरिफ के मामले पर भारत के साथ मैक्सिको और कनाडा जैसा व्यवहार नहीं किया जाएगा।
टैरिफ
पीयूष गोयल के अमेरिका दौरे के बाद हो रही बैठक
भारत और अमेरिका के अधिकारी 3 दिवसीय वार्ता के लिए बैठेंगे। अमेरिका भारत के साथ टैरिफ के मामले में सहयोगात्मक दृष्टिकोण चाहता है।
वार्ता में द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के लिए रूपरेखा और समयरेखा को निर्धारित करने के लिए संदर्भ की शर्तों (TOR) को अंतिम रूप दिया जाएगा।
इस बैठक से पहले केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका जा चुके हैं, जहां उन्होंने BTA पर चर्चा शुरू करने के लिए अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि और वाणिज्य सचिव से मुलाकात की थी।
बैठक
बैठक से कितना होगा फायदा?
भारत-अमेरिका के व्यापार अधिकारियों के बीच बातचीत में अभी तक सामने आई जानकारी से पता चलता है कि ट्रंप प्रशासन टैरिफ मामले में भारत के साथ नरमी बरत सकता है।
बैठक में भारत के साथ टैरिफ मामला चीन, कनाडा-मैक्सिको से इसलिए अलग है क्योंकि उनके साथ अमेरिका के मुद्रा हेरफेर,अवैध प्रवास, सुरक्षा चिंता और नशीली दवाओं की तस्करी का गंभीर मुद्दा भी जुड़ा हुआ है।
भारत-अमेरिका का केवल टैरिफ मामला है, जिसे सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सकता है।