नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शन: पुलिसकर्मियों पर फायरिंग करते दिखे उपद्रवी, यूपी पुलिस ने जारी किए फोटो-वीडियो
उत्तर प्रदेश पुलिस ने कई फोटो और वीडियो जारी किए हैं, जिनमें नागरिकता कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों में से कुछ लोग पुलिस पर फायरिंग कर रहे हैं। ये फोटो और वीडियो पिछले शुक्रवार को मेरठ में हुए प्रदर्शनों के बताए जा रहे हैं। इनमें से एक फोटो में देखा जा सकता है कि मुंह पर मास्क लगाकर नीले जैकेट पहने एक शख्स पिस्तौल हाथ में लिए चल रहा है। आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
मेरठ में गोली लगने से चार लोगों की मौत
पुलिस ने कहा कि उसे 19 से 21 दिसंबर के बीच कई ऐसे हमलों का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद उसे जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में इन प्रदर्शनों के दौरान कुल 16 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से 14 को गोली लगी थी। अकेले मेरठ में सबसे ज्यादा चार लोगों की गोली लगने से मौत हुई थी। हालांकि, पुलिस का कहना है उसने प्लास्टिक पैलेट और रबर की गोलियां चलाई थीं।
बिजनौर में पुलिस की गोली से हुई थी युवक की मौत
प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस अलग-अलग दावे कर रही है। पहले DGP ओपी सिंह ने दावा किया था कि पुलिस ने नागरिकता कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के दौरान एक भी गोली नहीं चलाई थी। इसके बाद बिजनौर पुलिस ने कहा था कि उसकी फायरिंग में एक युवक की मौत हुई थी। वहीं अब पुलिस कह रही है कि उसने केवल पैलेट और रबर की गोलियां का इस्तेमाल किया है।
हिंसक झड़पों में 280 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल
सूबे के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रदर्शनों के दौरान पुलिस को भी भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि 21 जिलों में हुई हिंसा में 288 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इनमें से 62 को हथियारों से चोट आई है।
रामपुर में नुकसान की भरपाई के लिए नोटिस
उत्तर प्रदेश के रामपुर में विरोध प्रदर्शनों के दौरान सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई के लिए प्रशासन ने नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं। अब तक 28 लोगों को ऐसे नोटिस मिल चुके हैं, जिनमें पूछा गया है कि सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई आपसे क्यों न की जाए। लोगों को एक सप्ताह में इस नोटिस का जवाब देना है। जवाब न देने की स्थिति में प्रशासन आगे की कार्रवाई शुरू करेगा।
मुख्यमंत्री ने कही थी 'बदला' लेने की बात
उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन हिंसक झड़पों में बदल गए थे। उपद्रवियों ने सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया और आगजनी की थी। इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदला लेने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि कोई भी इस हिंसा में शामिल है, उनकी वीडियो फुटेज की मदद से पहचान कर बदला लिया जाएगा। जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कराई जाएगी।