उन्नाव उपद्रव: पुलिस ने बचाव के लिए किया प्लास्टिक स्टूल और लकड़ी की टोकरी का इस्तेमाल
क्या है खबर?
कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की जान गंवाने के बाद भी उत्तर प्रदेश पुलिस ने सबक नहीं लिया है। वह अभी भी बिना तैयारी के घटना स्थलों पर पहुंच रही है।
बुधवार को भी पुलिस उन्नाव जिले के शुक्लागंज रोड पर हुए ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन में बिना तैयारी के पहुंच गई।
इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इससे बचने के लिए पुलिसकर्मियों को प्लास्टिक की स्टूल और लकड़ी की टोकरी की मदद लेनी पड़ी।
प्रकरण
हादसे में दो युवकों की मौत को लेकर किया था ग्रामीणों ने प्रदर्शन
बता दें कि मंगलवार को उन्नाव-शुक्लागंज मार्ग स्थित अकरमपुर के पास कार की टक्कर से देवी खेड़ा निवासी बाइक सवार राजेश और विपिन की मौत हो गई थी।
इसके बाद ग्रामीणों ने उन्नाव-शुक्लागंज मार्ग को जाम कर दिया। प्रशासन ने पांच-पांच लाख रुपये दने कार सवारों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
इसके बाद बुधवार तक भी मामले में कार्रवाई न होने पर गुस्साए ग्रामीणों ने राजमार्ग पर शव रखकर फिर से जाम लगा दिया।
हालात
बिना तैयारी के मौके पर पहुंची पुलिस
ग्रामीणों द्वारा राजमार्ग पर जाम लगाने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन किसी भी पुलिसकर्मी के पास बॉडी प्रोटेक्टर, ढाल और सिर पर हेलमेट नजर नहीं आए।
पुलिस को शुरुआत में मामला मामूली लग रहा था। ऐसे में पुलिस ने पहले तो ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उनके नहीं मानने पर जाम लगाए बैठे ग्रामीणों पर लाठीचार्ज कर दिया।
इससे गुस्साए ग्रामीणों ने भी पुलिस पर हमला पथराव शुरू कर दिया।
बचाव
पुलिसकर्मियों ने प्लास्टिक की स्टूल और लकड़ी की टोकरी से किया बचाव
ग्रामीणों के पथराव करते ही पुलिस सकते में आ गई। इस दौरान पुलिस के पास किसी तरह का सुरक्षा उपकरण नहीं होने के कारण कई पुलिसकर्मियों ने बचाव के लिए हेलमेट की जगह प्लास्टिक की स्टूल को सिर पर पहन लिया और पत्थरों से बचाव के लिए लकड़ी की टोकरियों को ढाल बना लिया।
हालांकि, ये उपाय नाकाफी नजर आए और पुलिसकर्मियों को इधर-उधर छिपकर जान बचानी पड़ी। अन्य थाने की पुलिस पहुंचने पर स्थिति पर काबू किया गया।
जानकारी
घटना में घायल हुए 18 पुलिसकर्मी
बिना तैयारी के साथ घटना स्थल पर पहुंचने का नतीजा यह रहा है कि ग्रामीणों की ओर से किए गए पथराव में उपखंड अधिकारी सदर, पुलिस उपाधीक्षक और थानाप्रभारी सहित कुल 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए। बाद में सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वायरल
स्टूल पहने पुलिसकर्मी का वायरल हो रहा वीडियो
पथराव से बचने के लिए जब पुलिसकर्मी स्टूल और लकड़ी की टोकरी का इस्तेमाल कर रहे थे तो किसी ने उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।
हालांकि, पुलिस उच्चाधिकारियों ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए संबंधित थानाप्रभारी को निलंबित कर दिया है।
इसके अलावा पुलिस उपाधीक्षक को मामले की जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
बयान
पुलिस के पास नहीं है संसाधनों की कमी- सिंह
मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) शशि शेखर सिंह का कहना है कि पुलिस के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है। पहले इतने बड़े उपद्रव की आशंका नहीं थी, लेकिन पथराव होने के दौरान पुलिसकर्मी आगे थे और RAF पीछे थी। इससे कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए।
उन्होंने कहा कि कुछ मिनट में ही सभी को बॉडी प्रोटेक्टर व हेलमेट आदि उपलब्ध करा दिए गए थे। इसके बाद कोई घायल नहीं हुआ और उपद्रवियों पर काबू पा लिया।