उन्नाव केसः CBI ने कोर्ट को बताया- पीड़िता के आरोप सही, सेंगर ने किया था रेप
उन्नाव रेप मामले में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह की सेंगर पर शिकंजा कसता दिख रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली में सुनवाई के दौरान जांच एजेंसी CBI ने कोर्ट को बताया कि उसकी जांच में पीड़िता के आरोप बिल्कुल सही निकले हैं। CBI ने कोर्ट में कहा कि 4 जून, 2017 को विधायक कुलदीप सिंह ने शशि सिंह नामक दूसरे आरोपी के साथ साजिश कर पीड़िता का रेप किया था। आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली में हो रही सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव रेप से जुड़े सभी मामले दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया था। इसके बाद मामले की सुनवाई दिल्ली में चल रही है। वहीं ट्रक की टक्कर से घायल हुई पीड़िता और उसके वकील को इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया है। बता दें, सोमवार को उन्नाव रेप के आरोपी सेंगर और शशि सिंह को कोर्ट में तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया। सोमवार को मामले की सुनवाई 7 अगस्त को निर्धारित की गई थी।
जेल में 10,000 लोगों ने की थी सेंगर से मुलाकात
मामले की जांच कर रही CBI ने पाया है कि सीतापुर जेल में बंद रहने के दौरान लगभग 10,000 लोगों ने सेंगर से मुलाकात की थी। इन लोगों में उसके परिजन और रिश्तेदार ही नहीं बल्कि साक्षी महाराज समेत भाजपा के कई नेता शामिल हैं। कई विधायकों ने भी जेल में जाकर सेंगर से मुलाकात की थी। हैरान करने वाली बात यह है कि कई लोग बिना रजिस्टर में एंट्री किए सेंगर से मिलते थे।
सेंगर से लोगों को मिलने से रोकने में बेबस रहा जेल प्रशासन
CBI की जांच में पता चला कि जेल प्रशासन सेंगर से मिलने आने वाले लोगों को रोकने में असफल रहा था। जेल अधिकारियों ने बताया कि सासंद, विधायक और विपक्षी नेता भी सेंगर से मिलने आते थे। मामले की सुनवाई कर रही दिल्ली की तीस हजारी अदालत ने सेंगर को दिल्ली की तिहाड़ जेल भेजने का फैसला दिया था, लेकिन सुरक्षा कारणों से उसे तिहाड़ की जगह रोहिणी जेल में भेजा गया है।
पीड़िता की कार की हुई थी काली नंबर प्लेट वाले ट्रक से टक्कर
वैसे तो इंसाफ के लिए पीड़िता और उसके परिवार की लड़ाई 2017 से ही जारी है, लेकिन मामला राष्ट्रीय सुर्खियों में एक बार फिर से 28 जुलाई को तब आया था, जब रायबरेली में पीड़िता की गाड़ी की एक काली नंबर प्लेट वाले ट्रक से टक्कर हुई। इस टक्कर में पीड़िता के दो परिजन मारे गए और वह और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हुए। दोनों अभी अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
पीड़ित परिवार का आरोप, सेंगर ने रची टक्कर की साजिश
पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया था कि ये टक्कर दुर्घटना नहीं बल्कि साजिश थी और विधायक सेंगर के इशारों पर इसे अंजाम दिया गया। इसके बाद सेंगर पर रेप के साथ-साथ हत्या का मामला भी दर्ज किया गया और इससे जुड़े सारे मामलों की जांच CBI को सौंप दी गई। वहीं, चारों तरफ से बनते दवाब के बीच भारतीय जनता पार्टी ने भी आखिरकार सेंगर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
2017 में विधायक पर रेप करने का आरोप
बता दें कि ताजा मामलों से अलग सेंगर पर आरोप है कि जब 2017 में पीड़ित लड़की अपने रिश्तेदारों के साथ उसके उन्नाव स्थित घर पर नौकरी मांगने आई तो उसने उसका रेप किया। एक साल तक कहीं से इंसाफ नहीं मिलने के बाद पीड़िता और उसकी मां ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर के सामने आत्मदाह की कोशिश की जिससे मामला सुर्खियों में आया। लेकिन इंसाफ के लिए उनका संघर्ष इसके बाद भी जारी रहा।