TTD ने तिरुपति मंदिर में राजनीतिक भाषणों पर लगाया प्रतिबंध, दी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने तिरुपति मंदिर (वेंकटेश्वर मंदिर) में राजनीतिक और नफरत फैलाने वाले भाषणों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्णय मंदिर की पवित्रता और आध्यात्मिक शांति को बनाए रखने के लिए लिया गया है। तिरुपति मंदिर में प्रतिदिन औसतन 60,000 श्रद्धालु पहुंचते हैं। मंदिर प्रबंधन ने यह प्रतिबंध राजनीतिक दलों के नेताओं सहित कुछ लोगों द्वारा मंदिर के दिव्य वातावरण को बिगाड़ने वाले बयान दिए जाने के बाद लगाया है।
TTD ने दी दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी
TTD ने इस निर्देश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। मंदिर प्रबंधन ने कहा, "हमेशा गोविंदा के नाम से गुंजायमान रहने वाले पवित्र तिरुमाला दिव्य मंदिर में हाल के दिनों में कुछ व्यक्तियों और राजनीतिक दलों के नेताओं ने तिरुमाला मंदिर में दर्शन के बाद मंदिर के बाहर मीडिया के सामने राजनीतिक और घृणास्पद बयान दिए हैं, जिससे मंदिर का आध्यात्मिक माहौल खराब हुआ है। ऐसे में राजनीतिक भाषणों पर प्रतिबंध लगाया गया है।"
जारी है मिलावटी घी के आरोपों की जांच
इधर, 5 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) ने जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पिछली YSR कांग्रेस सरकार के दौरान तिरुमाला मंदिर में लड्डू प्रसाद के लिए मिलावटी घी के इस्तेमाल के आरोपों की जांच शुरू कर दी है। यह जांच सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक स्वतंत्र SIT गठित करने के निर्देश के बाद की गई है। सितंबर में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि मंदिर में लड्डू तैयार करने में पशु वसा का इस्तेमाल किया गया था।