गूरूग्राम: गौमांस ले जाने के शक में ट्रक ड्राइवर की बुरी तरह पिटाई, एक आरोपी गिरफ्तार
मिलेनियम सिटी कहे जाने वाले हरियाणा के गुरुग्राम में एक ट्रक ड्राइवर को इस शक पर बुरी तरह पीटा गया कि वह गौमांस ले जा रहा था। भीड़ ने पीड़ित की डंडे और लाठियों से बुरी तरह पिटाई की। यह घटना शुक्रवार की है, जब गौरक्षकों ने पीड़ित के ट्रक का पीछा किया और घेरकर उसकी पिटाई की। एक जगह पुलिस मौके पर मौजूद थी, लेकिन वह पीड़ित को भीड़ के हमले से नहीं बचा सकी।
शुक्रवार सुबह की है घटना
शुक्रवार सुबह लगभग 8 बजे मोटरसाइकिल पर सवार कुछ लोगों ने ट्रक ड्राइवर लुकमन का पीछा किया। उन लोगों ने जामा मस्जिद मार्केट के पास लुकमन को रोक लिया। गौरक्षकों ने लुकमन को ट्रक से उतारकर बुरी तरह पिटना शुरू कर दिया। थोड़ी देर पिटाई के बाद गौरक्षक लुकमन को उसी ट्रक में डालकर बादशाहपुर ले गए। इस दौरान लुकमन रहम की गुहार लगाते रहे, लेकिन किसी ने उनकी पुकार नहीं सुनी।
वीडियो बनाते रहे लोग, मदद के लिए नहीं आए आगे
बादशाहपुर ले जाकर हमलावरों ने एक बार फिर लुकमन की पिटाई की। यहां पुलिस मौके पर पहुंच गई थी, लेकिन वो भीड़ को काबू नहीं कर सकी। लुकमन को पिटता देख आसपास के लोग मदद के लिए आगे नहीं आए और केवल वीडियो बनाते रहे। एक क्लिप में देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति पुलिस से बहस कर रहा है और दूसरा ट्रक के शीशे तोड़ रहा है। पुलिस इस दौरान भीड़ को मनाने का प्रयास करती रही।
अस्पताल में भर्ती लुकमन की हालत स्थिर
एक दूसरे वीडियो में पता चलता है कि लुकमन जमीन पर बैठे हैं और एक हमलावर आकर उनके मुंह पर लात मारकर चला जाता है। एक और वीडियो में हमलावर लुकमन को पुलिस के वाहन से नीचे उतारते दिख रहे हैं, जैसे उन्हें कानून का कोई डर ही नहीं हैं। गंभीर चोटों के कारण बुरी तरह घायल हो चुके लुकमन को सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
भैंस का मांस ले जा रहे थे लुकमन
घटना के बाद बादशाहपुर पुलिस थाने में FIR दर्ज की गई। इसमें लुकमन ने अपने साथ हुई बर्बरता के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि वो बादशाहपुर में ट्रैफिक सिग्नल के पास थे, जब चार मोटरसाइकिलों पर सवार लोगों ने उनका पीछा करना शुरू किया। उन्होंने नुंह के घसेरा से भैंसों का मांस उठाया था और उसे जामा मस्जिद मार्केट में दुकान चलाने वाले ताहिर कुरैशी को डिलीवर करने जा रहे थे।
लुकमन के साथी ने मदद मांगी, लेकिन किसी ने नहीं सुनी
द हिंदू में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, लुकमन का फोन आने के बाद ताहिर ने कम से कम चार बार पुलिस के पास फोन किया था, लेकिन कोई नहीं आया। इस दौरान हमलावर लुकमन को पीटते रहे। ताहिर ने बताया, "मैंने पांचवी बार PCR को फोन किया। तब हमलवार लुकमन को सरिये और हथोड़ों से पीट रहे थे। पुलिस 15 मिनट बाद वहां पहंची, तब तक हमलावर उसे लेकर बादशाहपुर की तरफ चल पड़े थे।"
"सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने के लिए किया गया हमला"
ताहिर ने घटना को साप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश बताया है। उन्होंने कहा कि वो 50 सालों से इस धंधे में है और कभी कोई गैर-कानूनी काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि लुकमन पिछले कई सालों से मांस की आपूर्ति कर रहा है और उसकी किसी के साथ दुश्मनी नहीं हैं। ताहिर ने कहा कि यह घटना ईद से एक दिन पहले हुई है जो साफतौर पर सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश है
पुलिस ने खारिज किए आरोप, एक आरोपी गिरफ्तार
वहीं इस घटना को लेकर पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं। इनका जवाब देते हुए सोहना के ACP संदीप मलिक ने कहा कि पुलिस सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंच गई थी। देर होने के आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का कोई लिंक नहीं मिला है। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।