राजस्थान: दहेज प्रताड़ना से तंग होकर तीन सगी बहनों ने की खुदकुशी, दो थीं गर्भवती
क्या है खबर?
राजस्थान के जयपुर से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां एक ही परिवार में ब्याही तीन बहनों ने अपने दो नन्हें बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली। इनमें से दो महिलाएं गर्भवती थीं।
मृतक महिलाओं की पहचान 25 वर्षीय काली मीणा, 23 वर्षीय ममता और 20 वर्षीय कमलेश के तौर पर हुई है। इनकी एक ही घर के तीन भाईयों से शादी हुई थी।
महिलाओं के परिजनों ने ससुरालजनों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
जानकारी
25 मई को लापता हुई थीं तीनों बहनें
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 25 मई को ये तीनों महिलाएं बाजार जाने का कहकर घर से निकली थीं। इनके साथ चार साल और 20 दिनों के इनके दो बेटे भी थे।
शाम तक घर वापस नहीं लौटने पर घरवालों ने इनकी तलाश शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। तलाश तेज करते हुए परिवार ने शहर में इनके फोटो भी बांटे ताकि अगर किसी ने उन्हें देखा है तो पता चल सके, लेकिन कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी।
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शनिवार को मिले शव
शनिवार को तीनों बहनों के शव नरैना रोड स्थित एक कुएं में मिले। जानकारी देने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शवों को बाहर निकाला और घटनास्थल को सील कर दिया है।
आरोप
परिजनों ने लगाया दहेज के लिए प्रताड़ना का आरोप
NDTV के अनुसार, मृतक महिलाओं के चचेरे भाई हेमराज मीणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें दहेज के लिए रोज प्रताड़ित किया जाता था। 25 मई को तीनों बहनों के लापता होने के बाद परिवार ने थाने, राष्ट्रीय महिला आयोग और महिला हेल्पलाइन में शिकायत दी थी, लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली।
महिला अधिकारों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
जानकारी
परिजनों ने शेयर किया व्हाट्सऐप स्टेटस
महिलाओं ने अपने पीछे कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है, लेकिन उनके परिजन कमलेश के एक व्हाट्सऐप स्टेटस को शेयर कर रहे हैं।
इसमें लिखा गया है, 'हम जा रहे हैं। खुश रहना। हमारी मौत का कारण हमारे ससुराल वाले हैं। रोज-रोज मरने से अच्छा है कि एक ही दिन मर जाएं। इसलिए हमने एक साथ मरने का फैसला किया है। हम मरना नहीं चाहते, लेकिन हमारे ससुरालजन हमें परेशान करते हैं।'
जानकारी
आरोपी ससुरालजनों से पूछताछ कर रही पुलिस
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने महिलाओं के पतियों और अन्य ससुरालजनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उनसे पूछताछ चल रही है। इसके अलावा पहली FIR में दहेज के कारण हुई मौत की धाराएं भी जोड़ी जाएंगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
महिलाओं की आत्महत्या के पीछे घरेलू हिंसा बड़ा कारण
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों से पता चलता है कि बीते साल देश में 22,372 गृहणियों ने खुदकुशी की थी। औसत निकाला जाए तो हर दिन 61 और हर 25 मिनट में एक गृहणी ने अपनी जीवनलीला को समाप्त किया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन आत्महत्याओं के पीछे घरेलू हिंसा एक बड़ा कारण होता है।
1997 के बाद से देश में हर साल 20,000 से ज्यादा गृहणियों की आत्महत्या दर्ज होती आई हैं।
हेल्पलाइन
इन हेल्पलाइन से ले सकते हैं मदद
आत्महत्या एक गंभीर समस्या है। अगर आप या आपके जानने वाले किसी भी प्रकार के तनाव से गुजर रहे हैं तो आप नीचे दिये नंबरों पर फोन कर मदद प्राप्त कर सकते हैं।
आसरा: यह मुंबई स्थित NGO है, जो परेशान और अवसाद से घिरे लोगों की मदद करता है। हेल्पलाइन नंबर- 91-22- 27546669
स्नेहा इंडिया फाउंडेशन: यह संस्था हफ्ते के सातों दिन 24 घंटे सेवा देती है। हेल्पलाइन नंबर- 91-44-24640050
वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्थ: हेल्पलाइन नंबर- 18602662345