दिल्ली में आतंकी हमले की योजना बना रहे थे इस्लामिक स्टेट से प्रेरित तीन संदिग्ध, गिरफ्तार
क्या है खबर?
दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) से प्रेरित तीन लोगों को दिल्ली में आतंकी हमले की साजिश रचने के लिए गिरफ्तार किया गया है।
उनके पास से IED और एक किलो विस्फोटक बरामद किया गया है।
दिल्ली पुलिस ने असम पुलिस के साथ साझा अभियान में इन तीनों संदिग्धों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है।
उन्हें असम से गिरफ्तार किया गया है। वो असम में बम धमाका करने की साजिश भी रच रहे थे।
साजिश
पहले असम फिर दिल्ली में बम धमाका करने की थी योजना
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डिप्टी कमिश्नर प्रमोद सिंह कुशवाह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि तीनों संदिग्ध IS की विचारधारा से प्रभावित थे और दिल्ली में आतंकी हमला करने की साजिश कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि उनकी योजना अभी असम के गोलपारा में चल रहे रसमेला में धमाका करने की थी।
इसके बाद उनका अगला टॉरगेट दिल्ली था। उनकी योजना दिल्ली में भीड़भाड़ वाले इलाकों में धमाका करने की थी।
गिरफ्तार
योजना को अंजाम देते उससे पहले ही पुलिस ने किया गिरफ्तार
लेकिन वो अपनी किसी भी योजना को अंजाम दे पाते इससे पहले ही रविवार को दिल्ली पुुलिस ने असम पुलिस के साथ साझा अभियान में उन्हें धर दबोचा।
उनके पास से IED, एक किलोग्राम विस्फोटक और एक खंजर बरामद हुआ है।
मामले में असम पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और आगे जांच की जा रही है। असम पुलिस को उनकी 10 दिन की पुलिस रिमांड भी मिल गई है।
कट्टरपंथ
एक ही कक्षा में पढ़े थे तीनों संदिग्ध, कुछ लोगों को प्रभावित करने में रहे कामयाब
संदिग्धों की पहचान रंजीत अली, मुकअदीर और जमील के रूप में की गई है।
जमील असम के एक आधार नामांकन केंद्र में बतौर सुपरवाइजर काम करता था, जबकि मुकअदीर ड्राइवर था।
वहीं रंजीत मछलियों का व्यापार करने वाली राज्य की एक कंपनी में मैनेजर के तौर पर काम करता था।
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, तीनों संदिग्ध एक ही कक्षा में पढ़े हैं और दिल्ली के कुछ लोगों को कट्टरपंथ की तरफ प्रभावित करने में कामयाब रहे हैं।
इस्लामिक स्टेट
भारत में जड़े जमाने में नाकामयाब रहा है IS
बता दें कि इराक और सीरिया जैसे अपने गढ़ों में अपनी जमीन गंवाने के बाद IS भारत सहित अन्य देशों में पैर पसारने की कोशिश कर रहा है।
युवाओं को अपनी विचारधारा से प्रभावित करने के लिए IS सोशल मीडिया का उपयोग करता है।
इराक और सीरिया में उसके उभार के समय केरल जैसे राज्यों से कई युवा उससे जुड़ने के लिए भी गए थे। हालांकि भारत में वो अपनी जड़े जमाने में नाकामयाब रहा है।