कोरोना वायरस: पुणे में कल से लागू होगा सात दिन के लिए प्रतिदिन 12 घंटे कर्फ्यू
क्या है खबर?
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को भी 81,466 नए मामले सामने आए हैं।
देश में महाराष्ट्र की हालत सबसे अधिक खराब है। यहां भी पुणे जिला सबसे अधिक प्रभावित है। यहां पिछले दो दिनों से 8,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं।
ऐसे में पुणे जिला प्रशासन ने शुक्रवार को शनिवार से सात दिन के लिए प्रतिदिन 12 घंटे का सख्त कर्फ्यू लागू करने की घोषणा की है।
हालात
महाराष्ट्र और पुणे में यह है संक्रमण की स्थिति
महाराष्ट्र में बीते दिन 43,183 लोगों को संक्रमित पाया गया, वहीं 249 मरीजों की मौत हुई। इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 28,56,163 पर पहुंच गई है। इनमें से 54,898 लोगों की मौत हो चुकी है।
इसी तरह पुणे में गुरुवार को 8,011 नए मामले सामने आए हैं। बुधवार को यहां 8,605 मामले सामने आए थे। यह जिले में एक दिन में सामने आए मरीजों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।
कदम
पुणे प्रशासन ने जारी किए सख्त कर्फ्यू के आदेश
संक्रमण के मामलों में रिकॉर्ड उछाल आने के बाद पुणे प्रशासन ने एक सप्ताह के लिए प्रतिदिन 12 घंटे के सख्त कर्फ्यू का ऐलान किया है।
संभागीय आयुक्त सौरभ राव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि पुणे में 3 से 9 अप्रैल तक प्रतिदिन शाम 6 से सुबह 6 बजे कर्फ्यू लागू रहेगा। इस दौरान भोजन, दवा, दूध, सब्जी सहित अन्य आवश्यक सेवाओं की होम डिलीवरी की जा सकेगी। प्रशासन ने इसकी तैयारी कर ली है।
जानकारी
एक सप्ताह के लिए बंद किए होटल, मॉल्स और सिनेमा हॉल
संभागीय आयुक्त ने कहा जिले में एक सप्ताह के लिए सभी धार्मिक स्थल, होटल, रेस्टोरेंट, बार, शॉपिंग मॉल्स और सिनेमा हॉल पूरी तरह से बंद रहेंगे। आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ महामारी अधिनियम की धाराओं के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
तैयारी
निजी अस्पतालों को दिए 80 प्रतिशत बेड आरक्षित रखने के आदेश
पुणे में तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मेयर मुरलीधर मोहोल ने जिले के सभी निजी अस्पतालों को 80 प्रतिशत बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए आरक्षित रखने के आदेश दिए हैं।
हालांकि, उन्होंने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन जैसा कदम उठाने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की जगह परीक्षण, पहचान और उपचार पर फोकस किया जा रहा है। स्थिति के नियंत्रण में नहीं आने पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
मुंबई
मुंबई में भी तेजी से बिगड़ रहे हैं हालात
पुणे के अलावा मायानगरी मुंबई में हालात बेकाबू होने नजर आ रहे हैं। यहां पिछले 24 घंटे में 8,646 नए मामले सामने आए हैं, जो महामारी की शुरुआत के बाद से बहुत अधिक है।
इसको देखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) अधिकारियों ने मॉल्स, बस स्टैंड और सार्वजनिक स्थलों पर रेंडम कोरोना जांच अभियान चला रखा है। इसी तरह मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
बयान
प्रतिदिन बढ़ते मामले हैं गंभीर चिंता का विषय- पेडनेकर
मुंबई मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा है कि प्रतिदिन तेजी से बढ़ते संक्रमण के मामले गंभीर चिंता का विषय है। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण अस्पतालों में बेड और वेंटीलेटरों की कमी देखी जा रही है।
उन्होंने कहा कि बार-बार अपील करने के बाद भी लोग लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे हैं। लॉकडाउन की अभी कोई तैयारी नहीं है, लेकिन यदि मामलों में गिरावट नहीं आई तो कई तरह के सख्त कदम उठाने पड़ेंगे।
संबोधन
राज्य को संबोधित करेंगे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ते संक्रमण के मामलों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रात 08:30 बजे राज्य के नाम संबोधन देंगे। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि वह महामारी से निपटने के लिए कई तरह के सख्त उपायों की घोषणा कर सकते हैं।
हालांकि, कुछ जानकारों का कहना है कि मुख्यमंत्री प्रभावित क्षेत्रों में सख्त लॉकडाउन की भी घोषणा कर सकते हैं। इसके अलावा धार्मिक स्थल और होटलों पर भी सख्त निर्णय किया जा सकता है।
जानकारी
भारत में यह है संक्रमण की वर्तमान स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 81,466 नए मामले सामने आए और 469 मरीजों की मौत हुई है। संक्रमितों की कुल संख्या 1,23,03,131 हो गई है। इनमें से 1,63,396 की मौत हो गई, जबकि सक्रिय मामलों की संख्या 6,14,696 हो गई है।