जम्मू कश्मीर: सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में ढेर किया बैंक मैनेजर की हत्या में शामिल आतंकी
जम्मू कश्मीर के शोपियां क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने मंगलवार रात सर्च अभियान के दौरान आतंकियों से हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा से जुडे़ दाे आतंकियों को ढेर कर दिया। इनमें से एक गत दिनो कुलगाम में हुई एक बैंक मैनेजर की हत्या में शामिल था। सुरक्षा बलों ने आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है। इस तरह से सुरक्षा बलों ने 13 दिनों में बैंक मैनेजर की हत्या का बदला ले लिया।
कांजीलुर में सर्च अभियान के दौरान हुई मुठभेड़
कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) विजय कुमार ने बताया कि रात को आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर पुलिस और सेना ने संयुक्त सर्च अभियान चलाया था। उस दौरान कांजीलुर क्षेत्र में छिपे बैठे आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो आतंकियों को ढेर कर दिया। उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकियों की पहचान शोपियां निवासी जान मोहम्मद लोन और तुफिल गनाई के रुप में हुई है।
बैंक मैनेजर की हत्या में शामिल था आतंकी लोन
IGP ने बताया कि दोनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे। आतंकी जान मोहम्मद लोन कश्मीर में घटित कई आतंकी घटनाओं के साथ 2 जून को कुलगाम के मोहनपोरा इलाके में स्थित एलाक्वाई देहाती बैंक के मैनेजर और राजस्थान के हनुमानगढ़ निवासी विजय कुमार की हत्या में शामिल था। उसने बैंक में घुसकर मैनेजर को गोलियों से भून दिया था। उन्होंने बताया कि दोनों आतंकियों के पास से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है।
सुरक्षा बलों ने सोमवार को भी ढेर किए थे दो आतंकी
बता दें कि सुरक्षा बलों ने सोमवार को श्रीनगर के बेमिना इलाके में भी मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर किए थे। मारे गए आतंकियों की पहचान पाकिस्तानी कमांडर अब्दुल्ला गोजरी और लश्कर के स्थानीय कमांडर मुसैब के रूप में हुई थी।
कश्मीर में 1 मई के बाद आतंकियों ने की नौ लक्षित हत्याएं
बता दें कि कश्मीर में आतंकियों ने 1 मई से अब तक लक्षित हत्या की नौ वारदातों को अंजाम दिया है। इसमें बैंक मैनेजर विजय कुमार, बिहार निवासी मजदूर दिलखुश, सरकारी स्कूल की महिला शिक्षक रजनी बाला, टीवी कलाकार अमरीन भट, कांस्टेबल सैफुल्ला कादरी और कश्मीरी पंडित तथा क्लर्क राहुल भट की हत्याएं प्रमुख है। इन घटनाओं का घाटी में भारी विरोध हुआ है। कश्मीर पंडित कर्मचारियों ने गृह जिलों में तबादले की मांग की है।
कश्मीरी पंडितों ने दी पलायन की धमकी
कश्मीर घाटी में बढ़ती लक्षित हत्याओं की घटनाओं को लेकर प्रधानमंत्री के पुनर्वास पैकेज के तहत घाटी में कार्यरत 4,000 कश्मीरी पंडितों ने बड़े पैमाने पर पलायन की धमकी दी है। उन्होंने कहा वो घाटी में सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं। उसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा सहित सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाने और आतंकवाद के खिलाफ अभियान चलाने के आदेश दिए थे।