देविंदर सिंह के साथ गिरफ्तार हिजबुल आतंकी की पुलवामा आतंकी हमले में भूमिका की होगी जांच
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर पुलिस अधिकारी देविंदर सिंह के साथ गिरफ्तार किए गए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी सैयद नवीद मुश्ताक के पुलवामा आतंकी हमले में शामिल होने की जांच होगी।
आशंका है कि नवीद ने इस हमले के मास्टरमाइंड मुदस्सिर खान की मदद की थी।
बुधवार को मामले से संबंधित दो अधिकारियों ने 'हिंदुस्तान टाइम्स' को बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) पुलवामा आतंकी हमले में नवीद की भूमिका की जांच करने की तैयारी कर रही है।
पुलवामा आतंकी हमला
जैश-ए-मोहम्मद ने किया था CRPF के काफिले पर हमला
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन आदिल अहमद डार ने विस्फोटकों से भरी एक कार से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर हमला किया था।
इस हमले में CRPF के 44 जवान शहीद हुए थे।
हमले के बाद भारत और पाकिस्तान में युद्ध जैसे हालात बन गए थे और 26 फरवरी को बालाकोट में जैश के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करके भारत ने इसका बदला लिया था।
जानकारी
मास्टरमाइंड मुदस्सिर खान को तीन हफ्ते बाद मार गिराया गया
जैश के कमांडर मुदस्सिर खान को इस हमले का मास्टरमाइंड माना गया था। हमले के तीन हफ्ते बाद सुरक्षा बलों ने उसे एक अन्य आतंकी सज्जाद भट के साथ मार गिराया था। CRPF काफिले पर हमले में भट की कार का इस्तेमाल किया गया था।
पूछताछ
पुलवामा हमले की साजिश की अहम कड़ियों को जोड़ सकता है नवीद
'हिंदुस्तान टाइम्स' से बात करने वाले NIA अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा हमले से नवीद का अहम संबंध होने की आशंका है क्योंकि 2017 में हिजबुल मुजाहिदीन के साथ जुड़ने के बाद उसने कई आतंकियों की भर्ती की थी।
अधिकारियों के अनुसार, पुलवामा हमले में शामिल अहम साजिशकर्ताओं की मौत के कारण NIA मामले की सभी कड़ियों को जोड़ने में नाकाम रही है और अब उसे नवीद से अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद है।
बयान
कश्मीर में एक साथ मिलकर काम करते हैं आतंकी संगठन- अधिकारी
एक अधिकारी ने कहा, "हम पुलवामा हमले में शामिल रहे अन्य लोगों के बारे में नवीद बाबू से पूछताछ करेंगे। हमारा मानना है कि इलाके का सीनियर कमांडर होने के कारण वो लश्कर-ए-तैयबा, जैश और अन्य आतंकी संगठनों के ज्यादातर आतंकियों को जानता है। आमतौर पर कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन एक साथ मिलकर काम करते हैं। यहां तक कि जैश, लश्कर और हिजबुल अपनी योजना बनाने के लिए बैठक भी करते हैं।"
पृष्ठभूमि
11 जनवरी को गिरफ्तार किए गए थे देविंदर और आतंकी
गौरतलब है कि 11 जनवरी को DSP देविंदर को नवीद और अन्य दो हिजबुल आतंकियों के साथ श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर काजीगुंड के मीर बाजार के पास से गिरफ्तार किया गया था।
पकड़े गए आतंकियों में आसिफ राथर और इरफान साफी शामिल हैं। साफी को नवीद का भाई बताया जा रहा है।
खबरों के अनुसार, आतंकी चंडीगढ़ होते हुए दिल्ली की तरफ जा रहे थे और देविंदर जम्मू से बाहर निकलने में उनकी मदद कर रहा था।
संसद हमला
संसद हमले में भी आ चुका है देविंदर का नाम
गिरफ्तारी के बाद देविंदर को सेवाओं से निलंबित कर दिया गया था और उसे मिले पुलिस मेडल को भी वापस ले लिया गया।
मामले को जम्मू-कश्मीर पुलिस से लेकर NIA को दे दिया गया और अभी देविंदर उसकी कस्टडी में है।
देविंदर का नाम संसद हमले में भी आया था और अफजल गुरू ने उस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि देविंदर के कहने पर ही वो हमले में शामिल एक आतंकी को लेकर दिल्ली आया था।