पश्चिम बंगाल: TMC नेता की हत्या के बाद तनाव, संदिग्ध हमलावर की पीट-पीटकर हत्या
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक नेता की हत्या के बाद तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। यहां TMC समर्थकों की भीड़ ने एक व्यक्ति को हत्या में शामिल होने के शक में पीट-पीट कर मार डाला और कई घरों में आग लगा दी। TMC ने विपक्षी पार्टी पर अपने नेता की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया है। आइए जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है।
TMC नेता की घर के बाहर गोली मारकर की गई हत्या
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, TMC नेता सैफुद्दीन लस्कर की सोमवार सुबह 24 परगना जिले के जॉयनगर में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या की गई। वह जॉयनगर के बामुंगाची क्षेत्र में TMC इकाई के प्रमुख थे और उनकी पत्नी पंचायत प्रधान हैं। उनकी हत्या के बाद सत्ताधारी पार्टी के समर्थकों ने आक्रोश में विपक्षी पार्टी के समर्थकों के घर को आगे के हवाले कर दिया। घटना के बाद से इलाके में तनाव बना हुआ है।
CPM पर लगा हत्या का आरोप, पार्टी ने किया खारिज
स्थानीय TMC नेताओं ने आरोप लगाया कि लस्कर की हत्या के पीछे विपक्षी भारतीय कम्युनिट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPM) के समर्थकों का हाथ है। CPM नेता सुजन चक्रवर्ती ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। चक्रवर्ती ने कहा, "ये हत्या TMC के भीतर आंतरिक कलह का परिणाम है। उनकी हत्या का दोष मढ़ने का कोई फायदा नहीं है। पुलिस को उचित जांच करनी चाहिए और साजिश का पर्दाफाश करना चाहिए।"
पुलिस ने मामले में 1 संदिग्ध को किया गिरफ्तार
पुलिस ने TMC नेता की हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए अपनी जांच शुरू कर दी है। हत्या के आरोप में एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। इस बीच जॉयनगर इलाके में तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर यहां कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बलों को तैनात किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हत्या के बाद हुए पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है।
न्यूजबाइट्स प्लस
पश्चिम बंगाल सबसे अधिक राजनीतिक हिंसा वाले राज्यों में शामिल है। हाल में जुलाई में हुए पंचायत चुनाव के दौरान यहां राजनीतिक हिंसा में 23 लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान दक्षिण 24 परगना जिला भी हिंसा प्रभावित जिलों में शामिल था। यहां खूब-खराबे और बूथ कैप्चरिंग जैसी घटनाओं के बाद पुनर्मतदान करना पड़ा था। पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी TMC ने एकतरफा जीत हासिल की थी।