तेलंगाना सुरंग हादसा: 19 घंटे से जारी है बचाव कार्य, मलबे में फंसे हैं 8 मजदूर
क्या है खबर?
तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम सुरंग नहर परियोजना का एक हिस्सा ढहने के बाद मलबे में फंसे 8 मजदूर पिछले 19 घंटों से जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें 13 किलोमीटर अंदर उस स्थान तक पहुंच गई है, जहां पर सुरंग का हिस्सा धंसा है, लेकिन कीचड़ और पानी बाधा बने हुए हैं।
ऐसे में अब भारतीय सेना को मदद के लिए बुलाया है।
मदद
मदद में जुटी सेना की ETF
बचाव अभियान में अब सेना की इंजीनियर टास्क फोर्स (ETF) की मदद ली जा रही है। आधुनिक तकनीक से लैस ETF दुर्घटना स्थल पर मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) अभियान चला रही है।
बचावकर्मियों ने बताया कि मलबे से 200 मीटर का हिस्सा भरा हुआ है। जब तक इस मलबे को साफ नहीं किया जाता है, तब तक वे फंसे हुए मजदूरों की सही स्थिति का पता नहीं लगा सकते हैं। ड्रोन भी वहां तक नहीं पहुंच पा रहे।
परेशानी
सुरंग के 2 किलोमीटर के हिस्से में भरा है पानी
NDRF के डिप्टी कमांडर सुखेंदु ने कहा, "सुरंग के 11-13 किलोमीटर के बीच के हिस्से में पानी भरा हुआ है और जब तक पानी नहीं निकाला जाता, मलबा साफ करने का काम शुरू नहीं हो सकता है।"
उन्होंने कहा, "हमने सुरंग में फंसे श्रमिकों के नाम भी पुकारे, लेकिन मलबे के कारण कोई जवाब नहीं आया। फंसे हुए श्रमिकों का सही स्थान अभी तक भी पता नहीं चल पाया है। फंसे मजदूरों तक ताजा हवा पहुंचाई जा रही है।"
बयान
राज्य सरकार ले रही विशेषज्ञों की मदद- सिंचाई मंत्री
तेलंगाना के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने बताया कि राज्य सरकार विशेषज्ञों की मदद ले रही है, जिनमें पिछले साल उत्तराखंड में इसी तरह की घटना में फंसे श्रमिकों को बचाने वाले लोग भी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि सरकार सेना की विशेषज्ञ टीमों की भी मदद ले रही है। बचाव टीमें 13 किलोमीटर तक पहुंच गई है और अब मलबे को हटाने का काम शुरू किया जाएगा। उम्मीद है सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।
चिंता
राहुल गांधी ने घटना पर जताई चिंता
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने घटना पर चिंता जताते हुए फंसे हुए मजदूरों की सुरक्षा की उम्मीद जताई है।
उन्होंने एक्स पर लिखा, 'मुझे बताया गया है कि बचाव अभियान जारी है और राज्य सरकार आपदा राहत दलों के साथ फंसे लोगों को बचाने का हर संभव प्रयास कर रही है। मैं सुरंग में फंसे सभी मजदूरों के सुरक्षित बाहर निकाले जाने की कामना करता हूं।'
बता दें कि तेलंगाना में इस समय कांग्रेस की सरकार है।
हादसा
कैसे हुआ हादसा?
तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में SLBC सुरंग में 22 फरवरी की सुबह 200 मीटर लंबी टनल बोरिंग मशीन के साथ पहली शिफ्ट में 50 से ज्यादा लोग सुरंग के अंदर गए।
वह सुरंग के अंदर 13.5 किलोमीटर तक गए, इसी दौरान सुरंग का एक हिस्सा अचानक ढह गया।
मशीन के आगे चल रहे 2 इंजीनियर सहित 8 लोग वहीं फंस गए, जबकि 42 कर्मचारी सुरंग के बाहरी गेट की ओर भागे और बाहर निकल आए। अब बचाव अभियान जारी है।