तेलंगाना: अयप्पा स्वामी भक्त मंडली का नशे में गाड़ी चलाने की जांच का विरोध, जानिए क्यों
तेलंगाना के महबूबाबाद जिले में एक अजीबोगरीब विरोध प्रदर्शन का मामला सामने आया है। यहां लोग नशे में गाड़ी चलाने से रोकने के लिए होने वाली जांच का विरोध कर रहे हैं। दरअसल, तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (TSRTC) की ओर से अयप्पा दीक्षा लेने वाले चालकों के लिए नशे में ड्राइविंग परीक्षण आयोजित किया गया था। इसकी जानकारी जब अयप्पा स्वामी भक्त मंडली को हुई तो उन्होंने थोरूर बस डिपो के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
क्यों विरोध कर रही भक्त मंडली?
पिछले दिनों अयप्पा दीक्षा लेने वाले TSRTC बस चालक नागराजू को डिपो अधिकारियों द्वारा नशे में गाड़ी चलाने की जांच के लिए नियमित रूप से जांचा गया। इसकी जानकारी होने पर भक्त मंडली ने नाराजगी जताई। उनका कहना है कि इस तरह की जांच अनावश्यक है और इससे आध्यात्मिक अनुष्ठान करने वालों की भावनाओं को गहरा ठेस पहुँचती है। काफी विरोध प्रदर्शन के बाद डिपो प्रबंधक ने भक्त मंडली से माफी मांगी और जांच न कराने की बात कही।
क्या है अयप्पा दीक्षा?
केरल के सबरीमाला मंदिर जाने से पहले भक्तों द्वारा अयप्पा दीक्षा ली जाती है, जो 41 दिन की होती है। इस दौरान कड़े नियम जैसे- काले वस्त्र पहनना, बाल न कटवाना, नंगे पैर रहना, मांस-शराब से दूर रहना और ब्रह्मचर्य का पालन करना होता है।