कर्नाटक: गुस्साए अध्यापक ने दूसरी कक्षा के बच्चे पर फेंका खौलता पानी, 40 फीसदी झुलसा छात्र
क्या है खबर?
कर्नाटक में एक अध्यापक ने दूसरी कक्षा के बच्चे पर गर्म पानी फेंक दिया, जिससे वह 40 प्रतिशत तक झुलस गया। गंभीर हालात में बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना पिछले शुक्रवार की है।
यह मामला रायचूर जिले के सांतेकल्लुर गांव स्थित घनमथेश्वर ग्रामीण संस्था का है।
बताया जा रहा है कि छात्र ने स्कूली ड्रेस में शौच कर दिया था। इससे गुस्साए अध्यापक ने उस पर गर्म पानी फेंक दिया।
जानकारी
बच्चे का चल रहा इलाज
पुलिस ने बताया कि बच्चे को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार, बच्चे ने स्कूली ड्रेस में शौच कर दिया था। इससे अध्यापक गुस्सा हो गया और उबलता हुआ पानी बच्चे पर फेंक दिया।
आरोपी अध्यापक की पहचान हुलिगेप्पा के तौर पर हुई है और उसके खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
आरोप
पीड़ित परिवार को स्थानीय नेता से मिल रही धमकी
गोपनीयता की शर्त पर पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी मिल गई थी, लेकिन कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई थी। पुलिसकर्मियों ने स्कूल का दौरा किया था, लेकिन यह शिक्षा विभाग के तहत आता है तो उन्हें स्वत: संज्ञान लेना चाहिए था। अब इस मामले में FIR दर्ज हुई है।
जब उनसे पूछा गया कि FIR दर्ज कराने पर परिवार को धमकी दी गई थी तो अधिकारी ने कहा शिकायत मिलने पर पुलिस मामला दर्ज करेगी।
पुरानी घटना
आंगनवाड़ी संचालक ने जला दिए थे बच्चे के जननांग
कुछ दिन पहले ही कर्नाटक के ही टुमकुरू जिले में एक तीन वर्षीय बच्चे के जननांग जलाने का मामला सामने आया था। यहां एक आंगनवाड़ी संचालक ने अपनी सहायिका के साथ मिलकर बच्चे के जननांग जला दिए थे। यह बच्चा दलित समुदाय से संबंध रखता है और हाल ही में उनसे अपनी मां को खोया था।
आरोपी संचालक ने माफी मांगकर यह मामला सुलझाना चाहा था, लेकिन परिवार की मांग पर पुलिस ने उसके खिलाफ FIR दर्ज की है।
पुरानी घटना
राजस्थान में पिटाई से हुई थी छात्र की मौत
इससे पहले 20 जुलाई को राजस्थान के जालौर में तीसरी क्लास में पढ़ने वाले नौ वर्षीय छात्र इंद्र कुमार ने शिक्षक छैल सिंह के लिए अलग रखे बर्तन से पानी पी लिया था।
इससे नाराज शिक्षक ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी थी। इससे उसके दाहिने कान और आंख में अंदरूनी चोटें आईं थी। 13 अगस्त को छात्र ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।
इसके बाद दलित संगठनों ने हंगामा करते हुए कार्रवाई की मांग की थी।