NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / सुप्रीम कोर्ट के पतंजलि से तीखे सवाल, पूछा- क्या विज्ञापनों जितना बड़ा है माफीनामा
    अगली खबर
    सुप्रीम कोर्ट के पतंजलि से तीखे सवाल, पूछा- क्या विज्ञापनों जितना बड़ा है माफीनामा
    सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि से अखबारों में विज्ञापनों को लेकर सवाल किया

    सुप्रीम कोर्ट के पतंजलि से तीखे सवाल, पूछा- क्या विज्ञापनों जितना बड़ा है माफीनामा

    लेखन मुकुल तोमर
    Apr 23, 2024
    01:17 pm

    क्या है खबर?

    पतंजलि के भ्रामक विज्ञापनों से संबंधित मामले में आज सुप्रीम कोर्ट ने अखबारों में प्रकाशित किए गए माफीनामे को लेकर कंपनी और बाबा रामदेव से तीखे सवाल किए।

    माफीनामे के छोटे आकार पर सवाल उठाते हुए कोर्ट ने कहा कि क्या माफीनामा भी इतना बड़ा छपा है, जितने बड़े आकार के पूरे पेज के विज्ञापन छपते हैं।

    कोर्ट ने उसके आदेश के एक हफ्ते बाद और सुनवाई से मात्र एक दिन पहले माफीनामा छापने पर भी सवाल खड़े किए।

    मामला

    क्या है मामला?

    पतंजलि ने सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित किए थे, जिसे लेकर कोर्ट ने कंपनी को मानहानि का नोटिस जारी किया था।

    हालांकि, पतंजलि ने इस नोटिस का जवाब नहीं दिया, जिसके बाद कोर्ट ने कंपनी के संस्थापक बाबा रामदेव और प्रबंधक निदेशक (MD) आचार्य बालकृष्ण को तलब किया।

    पिछली सुनवाइयों में कोर्ट ने इन दोनों के माफीनामे खारिज कर दिए और अखबारों में माफीनामा प्रकाशित करने को कहा। पतंजलि ने सोमवार को माफीनामा प्रकाशित किया।

    सुनवाई

    कोर्ट ने पूछा- क्या प्रमुखता से प्रकाशित किया गया माफीनामा

    आज सुनवाई के दौरान पतंजलि और रामदेव के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि कंपनी ने लाखों रुपये खर्च करके 67 अखबारों में माफीनामा प्रकाशित कर दिया है।

    इस पर न्यायाधीश हिमा कोहली ने उनसे कहा, "हमें इससे फर्क नहीं पड़ता। क्या माफीनामा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है? क्या माफीनामा उसी फॉन्ट और आकार में प्रकाशित किया गया है, जिसमें आपके पहले के विज्ञापन प्रकाशित हुए थे?"

    आदेश

    कोर्ट का माफीनामे की कतरन पेश करने का आदेश

    न्यायाधीश कोहली ने पतंजलि को आदेश दिया कि वह अखबारों में प्रकाशित अपने माफीनामे की कतरन इकट्ठा करके कोर्ट में पेश करे।

    उन्होंने कहा, "उन्हें बड़ा करके फोटोकॉपी न करें। हम इससे खुश नहीं होंगे। हम (माफीनामे का) असल आकार देखना चाहते हैं। हम देखता चाहते हैं कि इसे माइक्रोस्कोप से न देखना पड़े। यह केवल अखबार में छापना नहीं है, बल्कि यह पढ़ने योग्य भी होना चाहिए।"

    कोर्ट ने इसके लिए 2 दिन का समय दिया है।

    सवाल

    सुप्रीम कोर्ट ने एलोपैथिक डॉक्टरों पर भी उठाए सवाल

    सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) से भी सवाल किए और कहा कि उसके एलोपैथिक डॉक्टर भी अपने पद का दुरुपयोग करके महंगी और बाहरी दवाओं की सिफारिश करते हैं।

    कोर्ट ने कहा कि यह केवल एक कंपनी का सवाल नहीं है, बल्कि कई कंपनियां भ्रामक विज्ञापक प्रकाशित कर जनता को धोखा दे रही हैं। उसने कहा कि इससे शिशुओं, बच्चों और बुजुर्गों का स्वास्थ्य प्रभावित होता है और केंद्र सरकार बताए कि ऐसा क्यों हो रहा है।

    खारिज

    2 बार माफीनामे खारिज कर चुका है कोर्ट 

    बता दें कि सुप्रीम कोर्ट मामले में 2 बार बाबा रामदेव और पतंजलि के माफीनामे खारिज कर चुका है।

    कोर्ट ने कहा था कि ये माफी महज दिखावटी है और उन्होंने कोर्ट के आदेश की जानबूझकर अवज्ञा की।

    कोर्ट ने माफीनामे के साथ दस्तावेज संलग्न न करने पर भी सवाल उठाए थे और जालसाजी का केस चलाने की चेतावनी दी थी।

    कोर्ट ने कहा था कि केंद्र सरकार ने मामले में आंखें मूंद रखी थीं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    सुप्रीम कोर्ट
    बाबा रामदेव
    पतंजलि

    ताज़ा खबरें

    अपने स्मार्टफोन को अधिक गर्म होने से कैसे बचाएं? स्मार्टफोन
    क्या मस्क-ट्रंप विवाद से खतरे में पड़ सकता है शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष मिशन? एलन मस्क
    बेंगलुरु भगदड़ मामले में RCB के मार्केटिंग प्रमुख हवाई अड्डे से गिरफ्तार, 3 अन्य हिरासत में बेंगलुरु
    ट्रंप-मस्क विवाद से खतरे में स्पेस-X के अरबों डॉलर के अनुबंध, नासा को क्या है खतरा? डोनाल्ड ट्रंप

    सुप्रीम कोर्ट

    CAA के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे ओवैसी, कानून लागू करने पर रोक लगाने की मांग  असदुद्दीन ओवैसी
    चुनाव आयोग ने चुनावी बॉन्ड से जुड़ा नया डाटा जारी किया, क्या सामने आया? चुनाव आयोग
    सुप्रीम कोर्ट ने सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका खारिज की, तुरंत आत्मसमर्पण करने को कहा सत्येंद्र जैन
    चुनावी बॉन्ड: सुप्रीम कोर्ट का SBI को आदेश, गुरुवार तक यूनिक नंबर समेत पूरा डाटा दो चुनावी बॉन्ड

    बाबा रामदेव

    जनसंख्या नियंत्रण पर बोले रामदेव, दो से ज्यादा बच्चों के मां-बाप का वोटिंग अधिकार छीन लो भारतीय जनता पार्टी
    रामदेव ने की जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग, कहा- तीसरे बच्चे को न मिलें सरकारी सुविधाएं भारत की खबरें
    अमूल और मदर डेयरी ने बढ़ाई दूध की कीमत तो रामदेव ने लॉन्च किया सस्ता दूध भारत की खबरें
    नागरिकता कानून के समर्थन में आए बाबा रामदेव, दीपिका पादुकोण को दी ये सलाह दीपिका पादुकोण

    पतंजलि

    बाबा रामदेव ने लॉन्च की कोरोना की दवा, किया तीन दिन में ठीक होने का दावा भारत की खबरें
    कोरोना की दवा: बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के खिलाफ शिकायत, गुमराह करने का आरोप बिहार
    पतंजलि को मिला था केवल खांसी और बुखार की दवा बनाने का लाइसेंस- उत्तराखंड आयुर्वेद विभाग हरिद्वार
    राजस्थान: रामदेव की कोरोना वायरस की दवा बेचते पाए जाने पर होगी कार्रवाई- स्वास्थ्य मंत्री राजस्थान
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025